देहरादून। राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने जनरल जे.जे. सिंह द्वारा लिखी गयी पुस्तक द मेक महोन लाईन ए सेंचुरी आफ डिकोर्ड का विमोचन किया। जनरल जे.जे. सिंह अरूणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल व पूर्व थलसेनाध्यक्ष रह चुके हैं। यह पुस्तक सेना मे रहते हुए भारत-चीन सीमा विवाद पर उनके अनुभवों एवं शोध पर आधारित है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि जनरल जे.जे. सिंह ने एक संवेदनशील मुद्दे पर किताब लिखी है। उन्होंने कहा कि इस किताब में मैकमहोन रेखा की राजनीति, इतिहास, संरचना व क्षेत्र के भूगोल पर जोर दिया है। पुस्तक में अनेक दिलचस्प पहलुओं को उजागर किया है जो आज भी कूटनीतिक मंच पर चल रही बातचीत के लिए प्रासंगिक हैं। पुस्तक हमें यह संदेश देती है कि उच्चतम राजनीतिक स्तर पर सीमा विवाद का समाधान भारत और चीन के लिए व्यवहारिक और पारस्परिक रूप से लाभकारी तरीका है।
राज्यपाल ने कहा है कि यह उत्कृष्ठ शोध परक पुस्तक, मैकमहोन रेखा से कहीं अधिक है। यह सीमा विवाद की उत्पत्ति का अत्यन्त पठनीय इतिहास है। मैकमहोन लाइन के बारे में बात करते हुए इस किताब में भारत-चीन सम्बन्धों के वर्तमान और भविष्य का आकलन किया गया है। उन्होनें कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद को ध्यान में रखते हुए सैन्य शक्ति को और प्रभावशाली और गतिशील बनाना अत्यन्त आवश्यक है।
राज्यपाल ने कहा कि सेना को युवाशक्ति के जोश और जज्बे से युक्त बनाये रखना आवश्यक है। इस दिशा में अग्निपथ योजना एक नयी आशा का संचार करती है जो हमारी सेना को हमेंशा युवाशक्ति से सम्पन्न बनाती है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से उत्तराखण्ड के युवाओं में एक अलग उत्साह देखने को मिलेगा। रक्षा, गृह मंत्रालयों के अलावा कई राज्यों ने अग्निवीरों को आरक्षण दिये जाने का ऐलान किया है।
उन्होंने कहा कि जनरल जे.जे. सिंह की पुस्तक में भारतीय सैन्य शक्ति को युवा जोश और जज्बे से पूर्ण बनाने की ओर संकेत दिया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस योजना से देश सामरिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होगा। राज्यपाल ने कहा कि यह पुस्तक पाठकों को पसन्द आएगी और इसमें लिखे गये गम्भीर विषय पर लोगों के चिन्तन को प्रभावित करने वाले समाधान की ओर राह दिखाएंगे।
इस अवसर पर जनरल जे.जे. सिंह ने प्रकाशित किताब के बारे में जानकारी दी और कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद पर उनके 06 वर्षों के अध्ययन व रिसर्च पर आधारित है। उन्हांने इस किताब के मुख्य पहलुओं को विस्तार पूर्वक उपस्थित लोगों को बताया। इस दौरान मैकमहोन रेखा से सम्बन्धित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी। जनरल जे.जे. सिंह ने बताया कि यह उनके द्वारा लिखित दूसरी पुस्तक है। उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार जताया। पुस्तक विमोचन के दौरान कमाण्डेंट आईएमए ले.ज हरिन्दर सिंह, ले.ज. के.के. खन्ना के अलावा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन उर्वशी कौर द्वारा किया गया।