नयी दिल्ली ,16 जून। इलेक्ट्रॉनिक, पेट्रोलियम, चमड़ा उत्पाद, कॉफी और अनाज तथा खली की विदेशों से मांग के अच्छे समर्थन के बीच भारत का वाणिज्यिक निर्यात मई 2022 में वार्षिक आधार पर 20.55 प्रतिशत बढक़र 38.94 अरब डॉलर रहा।
पिछले साल मई में वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात 32.30 अरब डॉलर के बराबर हुआ था।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों में बताया गया कि मई 2022 में वस्तुओं का आयात उछलकर 63.22 अरब डॉलर के बराबर रहा जो मई 2021 में 38.83 अरब डॉलर था।
मई 2022 में व्यापार घाटा (आयात-निर्यात का अंतर) बढक़र 24.29 अरब डॉलर रहा।
वाणिज्य मंत्रालय ने बयान में कहा, गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्नाभूषण निर्यात मई में 13.10 प्रतिशत बढक़र 27.16 अरब डॉलर रहा। पिछले वर्ष मई माह में गैर-पेट्रोलियम तथा गैर-रत्नाभूषण क्षेत्र का निर्यात 24.02 अरब डॉलर था।
मंत्रालय के अनुसार गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्नाभूषण आयात मई में 31.66 प्रतिशत बढक़र 34.79 अरब डॉलर रहा। पिछले वर्ष इसी माह में गैर-पेट्रोलियम तथा गैर-रत्नाभूषण क्षेत्र का आयात 26.42 अरब डॉलर था।
आलोच्य माह में पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात एक साल पहले की तुलना में 60.87 प्रतिशत बढक़र 8.54 अरब डॉलर रहा जबकि इलेक्ट्रॉनिक समानों का निर्यात 47.37 प्रतिशत बढक़र 1.39 अरब डॉलर रहा।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के अनुसार पेट्रोलियम आयात मई 2022 में 102.72 प्रतिशत बढक़र 19.19 अरब डॉलर रहा जो पिछले वर्ष मई में 9.46 अरब डॉलर था।
इसी दौरान कोयला, कोक और कोयले की टिक्की का आयात सालाना आधार पर 172 प्रतिशत 5.42 अरब डॉलर रहा।
मई 2022 में सोने का आयात भी 789 प्रतिशत उछलकर 6.02 अरब डॉलर पर पहुंच गया जो मई 2021 में 67.77 करोड़ डॉलर के करीब था।
भारत का वस्तु एवं सेवाओं का संयुक्त निर्यात 62.21 अरब डॉलर के बराबर रहा जो एक साल पहले 24.03 प्रतिशत अधिक है।
निर्यातकों के शीर्ष संगठन फिओ के अध्यक्ष डॉ ए शक्तिवेल ने कहा कि मई 2022 के निर्यात के आंकड़े दर्शाते हैं कि वैश्विक अनिश्चिताओं के बढऩे के बावजूद भारत का निर्यात क्षेत्र मजबूत प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि मई में निर्यात में वृद्धि में खासतौर पर पेट्रोलियम उत्पाद, इंजीनियरिंग समान, इलेक्ट्रोनिक वस्तुओं, कार्बनिक और अकार्बनिक रसायनों, रेडीमेड गार्मेंट्स और कपड़े, रत्नाभूषण, औषधीय, अनाज, कॉफी, चमड़ों के उत्पाद और खली तथा अनाज के निर्यात में वृद्धि का बड़ा योगदान रहा।
डॉ. शक्तिवेल ने कहा कि भारत द्वारा हाल में किए गए मुक्त व्यापार समझौतों और उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं से आनेवाले समय में निर्यात में गति बनी रहेगी।
इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद के चेयरमैन महेश देसाई ने बयान में कहा कि यूरोप में चल रही लड़ाई के बावजूद भारत का इंजीनियरिंग निर्यात मई में सालाना आधार पर 12.65 प्रतिशत बढक़र 9.71 अरब डॉलर रहा। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि विश्व बाजार में जिंसों की कीमतें शांत होने के बाद भारत के इंजीनियरिंग निर्यात को बड़ा फायदा होगा और यह आर्थिक वृद्धि की गति को ओर तेज करने में सहायक होगा।
इकरा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, गैर-तेल निर्यात में माह-दर-माह हल्की गिरावट और सोने के आयात में उछाल से मई 2022 में भारत का व्यापार घाटा बढक़र 24 अरब डॉलर हो गया है। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया के कारण सोने के आयात में उछाल आने के पहले से उम्मीद की जा रही थी लेकिन इस महीने व्यापार घाटा कुछ हल्का रह सकता है।
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