नई दिल्ली. पिछले साल अक्टूबर में लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को न्याय दिलाने की मांग पर पांच मई को लखीमपुर खीरी में चार राज्यों के हजारों किसान पहुंचेंगे. चार मई को पंजाब से किसानों का काफिला तीन और राज्यों के किसानों के साथ निकलेगा. जो पांच मई को लखीमपुर में पहुंचकर मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात करेगा. रविवार को इस बात की घोषणा भारतीय किसान यूनियन (पंजाब) के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने मीडिया से बात करते हुए की. लखोवाल ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले लखीमपुर खीरी का दौरा करेगा.
भारतीय किसान यूनियन के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने बताया कि किसान नेता 4 मई को पंजाब से प्रस्थान करेंगे और लखीमपुर खीरी के रास्ते में राजस्थान, यूपी और हरियाणा के अन्य किसान भी शामिल होंगे. बता दें कि पिछले साल तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों के एक जत्थे को एसयूवी थार से कुचल दिया गया था. इस घटना में चार किसानों की मौत हुई थी.
इस घटना में किसानों को कुचलने का आरोप केंद्रीय मंत्री व लखीमपुर खीरी के सांसद अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर लगा था. किसानों को कुचलने वाला एसयूवी आशीष मिश्रा का ही था. मामले में आशीष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. यूपी चुनाव के समय इस मामले पर खूब राजनीति हुई थी. विपक्ष ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.
लखीमपुर खीरी की घटना में फरवरी में इलाहबाद उच्च न्यायालय ने मिश्रा को जमानत दे दी थी, लेकिन अप्रैल में ही सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश को खारिज करते हुए मिश्रा की जमानत रद्द कर दी थी। साथ ही केंद्रीय मंत्री के आरोपी पुत्र आशीष मिश्रा को एक सप्ताह के भीतर सरेंडर करने के लिए भी कहा था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आशीष मिश्रा ने 24 अप्रैल को सरेंडर कर दिया था.