भोपाल,11 जून (आरएनएस)। राजधानी के बाणगंगा क्षेत्र में स्थित दो मदरसों का बाल आयोग की टीम ने निरीक्षण किया। मोहम्मद रुहुल कुरआन एवं मदरसा अरबिया दारूल फलाह का निरीक्षण किया। निरीक्षण में बाल आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान के साथ बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष जागृति सिंह एवं सदस्यगण ब्रज त्रिपाठी, मीना शर्मा एवं डॉ. धनीराम सिंह पंवार समेत टीटी नगर थाना स्टाफ एएसआई सत्यानंद एवं कमलेश, एसजीपीयु प्रमुख सीवी सिंह गुर्जर एवं कार्यालयीन स्टाफ निज सहायक प्रभात राज भट्ट एवं नितिन चौहान उपस्थित रहे। निरीक्षण में मदरसों में बिहार के बधुबनी जिले के 15 एवं पूर्णिया जिले के 20 बच्चों का अवैध रूप से निवासरत हैं एवं कुरआन की तालीम हासिल कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त गत नौ जून को जीआरपी पुलिस द्वारा भी पूर्णिया जिला बिहार के 15 बच्चों को रेल्वे स्टेशन से रेस्क्यू किए गए थे। जिन्हें बाल कल्याण समिति के निर्देश पर नित्य सेवा सोसायटी पीपलनेर में देखरेख एवं संरक्षण हेतु भेजा गया। जो इन्हीं से एक मदरसे में तालीम हासिल करने हेतु आ रहे थे।
मदरसों के के संचालक मोहम्मद रुहुल कुरआन मेहबूब आलम व मदरसा अरबिया दारूल फलाह के मोहम्मद मलाहिरूल इस्लाम हैं। दस्तोवज के नाम पर आधार कार्ड, उसमें सभी की जन्म तारीख एक जनवरी : निरीक्षण के दौरान सभी बच्चों के पास दस्तावेज के नाम पर केवल आधार कार्ड है। जिनमें उनकी जन्म दिनांक एक जनवरी दर्ज हे। साथ ही मदरसों के पंजयीन, छात्रावास की अनुमति एवं भवन संबंधी दस्तोवज भी अपूर्ण पाए गए। मदरसों में बच्चों के रहने, सोने एवं खाने की व्यवस्था अत्यन्त निम्न स्तर की पाई गई। सदस्य ब्रजेश चौहान द्वारा बताया गया कि बच्चे मदरसों में धार्मिक तालीम तो हासिल कर रहे हैं, परन्तु मूलभूत शिक्षा से पूर्णत वंचित हैँ। यह नि:शुल्क एवं अनिवार्य ािक्षा अधिनियम का पूर्णत: उल्लंघन है। साथ ही बच्चों को इस तरह बिना किसी मान्यता के छात्रावास की तरह रखना गैरकानूनी भी है। बिहार एंव अन्य राज्यों से इस तरह बच्चों को मध्यप्रदेश में लाया जाकर मदरसों में अवैध रूप से छात्रावास चलाए जा रहे हैं, जो कि चिंता का विषय है। आयोग द्वारा प्रकरण को गंभीरता से लिया गया है। इस संबंध में आयोग मदरसा बोर्ड, पुलिस एवं संबंधित सभी जिम्मेदारों से सवाल-जवाब करेगा एवं इसके समस्त पहलुओं पर संबंधित अधिकारियों को आयोग जांच हेतु निर्देशित करेगा।
अनिल पुरोहित/अशफाक