हलवारा/लुधियाना (पंजाब)। अगर दुनिया में सबसे पवित्र रिश्ता कोई माना गया है तो वो है मां-बेटे का, लेकिन मुल्लांपुर दाखा के गांव भनौड में एक महिला ने ऐसी हैवानियत दिखाई कि जिसने भी सुना वह दहल गया। महिला ने अपने चार साल के मासूम को चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया। उसकी हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई। हत्या के बाद उसने बच्चे के शव को बोरे में डाल कर छप्पड़ में फेंक दिया।
इसके बाद आरोपी ने बेटे के लापता होने का जमकर ड्रामा किया लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गई। अपना जुर्म कबूल कर लिया। थाना दाखा में आरोपी महिला बबिता के खिलाफ उसके पति शामलाल के ब्यान पर कत्ल और लाश को खुर्दबुर्द करने की संगीन धारा में मुकदद्मा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। बबिता की निशानदेही पर जेसीबी मशीन की मदद से लाश को छप्पड़ से बरामद कर लिया गया है।
यूपी के प्रतापगढ़ का है परिवार
उत्तर प्रदेश के जिला प्रतापगढ़ के गांव सरायेताप से रोजी रोटी कमाने पंजाब आए शाम लाल ने एक के बाद एक अपने चारों बेटों को खो दिया है। विराज के कत्ल से पहले शामलाल और बबिता के तीन बेटों की भी संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी है। उन तीनों की मौत भी रहस्य बनी हुई है। शाम लाल के मुताबिक बबिता ने कुछ समय पहले भी विराज पर चाकुओं से हमला किया था लेकिन उस समय वह बच गया था।
सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज
शाम लाल थाना दाखा के ही गांव हसनपुर में टायर पंक्चर की दुकान चलाता है और भनोड गांव के जमींदार मोहिंदरपाल सिंह की हवेली के सर्वेंट क्वार्टर में परिवार सहित रहता है। गुरुवार शाम उसकी पत्नी बबिता ने दुकान पर आकर बेटे विराज के लापता होने की जानकारी दी। इसके बाद भनोड और हसनपुर के लोगों ने मिलकर विराज की तलाश शुरू की। इसी दौरान एक सीसीटीवी फुटेज में बबिता विराज के साथ जाती दिखी। दूसरी सीसीटीवी फुटेज में बबिता सिर पर टोकरी में बोरा लेकर जाती नजर आ गई। इसके बाद लोगों ने बबिता को रस्सी से बांध लिया और पुलिस को सूचित कर दिया।
पति ने जताया शक
दाखा पुलिस ने बबिता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने बेटे विराज को कत्ल करने का जुर्म कबूल कर लिया। शामलाल ने पुलिस को दिए अपने बयान मे कहा कि इसके पहले भी उसके तीन मासूम बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी है, लेकिन उसे ये नहीं पता कि उन्हें भी उसकी पत्नी बबिता ने ही मारा है।
लुधियाना अस्पताल से चल रहा है बबिता का इलाज
हसनपुर में समाजसेवी संस्था मनुखता दी सेवा के संस्थापक गुरप्रीत सिंह ने बताया कि आरोपी महिला बबिता को मानसिक बीमारी थी जिसका इलाज लुधियाना के सीएमसी अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उसके पति शाम लाल ने पिछले डेढ़ साल से उसकी दवा लाना बंद कर दिया था। थाना दाखा के प्रभारी इंस्पेक्टर अजीतपाल सिंह ने बताया कि बबिता के पति शाम लाल ने इससे पहले हुई तीन बच्चों की मौत पर भी अब शंका जताई है। बबिता से उन तीन मौत के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। उसे अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी।