मंडी। मंडी संसदीय क्षेत्र में चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी बुधवार को अपनी रणनीति बनाएगी। इस्तीफों की झड़ी और प्रदेश सरकार में उथल पुथल का दौर थमने के बाद यह बैठक होने जा रही है। एक निजी होटल में होने वाली संसदीय (Himachal Lok Sabha Election) क्षेत्र के पदाधिकारियों की बैठक में लोक निर्माण मंत्री एवं संसदीय प्रभारी विक्रमादित्य सिंह कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलेंगे।
मंडी से प्रतिभा सिंह हैं सांसद
इस संसदीय क्षेत्र से उनकी माता प्रतिभा सिंह सांसद है। नवंबर 2021 में हुए उपचुनाव में प्रतिभा सिंह की जीत में विक्रमादित्य सिंह की अहम भूमिका रही थी। अपने पारंपरिक गढ़ों में लोगों का विश्वास जीतने मेंं सफल हुए थे। उपचुनाव में भाजपा को पटखनी देकर कांग्रेस ने सबको चौंकाया था। इस जीत से कांग्रेस को देश भर में संजीवनी मिली थी। इसे देखते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें दोबारा इस संसदीय क्षेत्र का दायित्व सौंपा है। यह संसदीय क्षेत्र 1971 से उनके परिवार की कर्मभूमि रही है।
प्रतिभा सिंह का टिकट लगभग तय
हालांकि अभी आधिकारिक रूप से यहां प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है। वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह का टिकट लगभग तय है। पहले प्रतिभा सिंह ने चुनाव लड़ने से किनारा कर लिया था।
उपचुनाव के दौरान प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। अब 15 माह से कांग्रेस की सरकार है। इस संसदीय क्षेत्र के 17 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के पास मात्र चार सीटें हैं। 12 पर भाजपा का कब्जा है। लाहुल स्पीति में उपचुनाव होना है। यह सीट पहले कांग्रेस के पास थी।
कार्यकर्ताओं से सामंजस्य बिठाने के किए जाएंगे प्रयास
बैठक से पहले कुल्लू जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बुद्धि सिंह और आनी से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले परस राम की घर वापसी कर संगठन को मजबूती देने का प्रयास हुआ है। अपनी अनदेखी से आहत पूर्व मंत्री एवं मंडी जिला कांग्रेस के अध्यक्ष प्रकाश चौधरी और उनके समर्थकों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था।
इंटरनेट मीडिया पर दिए गए इस्तीफे पार्टी नेतृत्व ने अस्वीकार कर दिए थे। प्रकाश चौधरी अब दोबारा सक्रिय हो गए हैं। बैठक में सबसे बड़ी देखने वाली बात यह होगी कि विक्रमादित्य सिंह अलग अलग धड़ों में बंटे नेताओं और कार्यकर्ताओं में कैसे सामंजस्य बैठाने का प्रयास करेंगे।