स्पेशल डेस्क/नई दिल्ली: भारत के 18 वर्षीय विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश ने नॉर्वे चेस टूर्नामेंट 2025 के छठे राउंड में पूर्व विश्व नंबर-1 और पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को क्लासिकल टाइम कंट्रोल में हराकर इतिहास रच दिया। यह गुकेश की कार्लसन के खिलाफ पहली क्लासिकल जीत थी, जो नॉर्वे के स्टवान्गर में उनके घरेलू प्रशंसकों के सामने हुई। इस जीत ने गुकेश को टूर्नामेंट की अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया और उनकी शानदार वापसी को चिह्नित किया। आइए इस ऐतिहासिक मुकाबले का विश्लेषण एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से समझते हैं।
गुकेश ने क्लासिकल टाइम कंट्रोल में जीत हासिल की
मैच के अधिकांश समय में कार्लसन को बढ़त हासिल थी और वह गुकेश पर दबाव बनाए हुए थे। गुकेश ने 42…h3 पर एक नाइट बलिदान की, जो सही तो था, लेकिन समय की कमी के कारण व्यावहारिक रूप से जोखिम भरा था। घड़ी पर केवल एक मिनट बाकी होने के बावजूदगुकेश ने धैर्य और रणनीतिक कौशल दिखाया। कार्लसन अंतिम क्षणों में दबाव में गलती कर गए, जिसका फायदा उठाकर गुकेश ने बाजी पलट दी और जीत अपने नाम की। गुकेश ने हार की स्थिति से वापसी करते हुए शानदार रक्षा और आक्रामकता का प्रदर्शन किया। उनकी इस जीत को चेस ग्रैंडमास्टर सुसान पोल्गर ने कार्लसन की करियर की सबसे बड़ी हार में से एक बताया।
कार्लसन की प्रतिक्रिया
हार के बाद मैग्नस कार्लसन ने अपनी निराशा छिपाई नहीं। उन्होंने चेस बोर्ड पर जोर से मुक्का मारा, जिससे मोहरे बिखर गए और बिना मीडिया से बात किए तेजी से वेन्यू छोड़ दिया। यह रिएक्शन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। गुकेश ने इसके विपरीत शांत और संयमित रवैया अपनाया और अपने कोच ग्रेजगॉर्ज गाजेव्स्की के साथ लॉबी में जोरदार फिस्ट बंप किया, जिसे उनके कोच ने “गुकेश का अब तक का सबसे जोरदार बंप” बताया। गुकेश ने मैच के बाद कहा, “मेरे लिए सबसे ज्यादा मायने यह रखता है कि मैंने गेम नहीं हारा। लेकिन हां, मैग्नस को किसी भी रूप में हराना खास है।”
टूर्नामेंट में गुकेश की स्थिति
नॉर्वे चेस 2025 के पहले राउंड (27 मई 2025) में गुकेश को कार्लसन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। चार घंटे से अधिक समय तक चले इस क्लासिकल मुकाबले में गुकेश ने काले मोहरों से खेलते हुए कार्लसन को कड़ी टक्कर दी, लेकिन एक गलती के कारण कार्लसन ने 55 चालों में जीत हासिल की।
दूसरे राउंड में गुकेश को अपने हमवतन अर्जुन एरिगैसी ने हराया, जिसके बाद वह अंक तालिका में सबसे निचले (छठे) स्थान पर खिसक गए थे। तीसरे राउंड में गुकेश ने विश्व नंबर-2 हिकारू नाकामुरा को हराकर शानदार वापसी की, जिससे उन्हें तीन अंक मिले। यह जीत उनके 19वें जन्मदिन (29 मई 2025) के दिन आई। कार्लसन के खिलाफ जीत के बाद गुकेश 8.5 अंकों के साथ अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गए। कार्लसन और अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फाबियानो कारुआना 9.5 अंकों के साथ संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं।
छह-खिलाड़ियों का राउंड-रॉबिन टूर्नामेंट
नॉर्वे चेस एक छह-खिलाड़ियों का राउंड-रॉबिन टूर्नामेंट है, जिसमें क्लासिकल और आर्मगेडन प्रारूप शामिल हैं। क्लासिकल जीत: 3 अंक, ड्रॉ के बाद आर्मगेडन जीत: 1.5 अंक, ड्रॉ: 1 अंक…पुरुष वर्ग में गुकेश, कार्लसन, हिकारू नाकामुरा, फाबियानो कारुआना, अर्जुन एरिगैसी और वेई यी हिस्सा ले रहे हैं। महिला वर्ग में कोनेरू हम्पी, आर वैशाली, और विश्व चैंपियन जू वेनजुन जैसी खिलाड़ी शामिल हैं।
गुकेश का ऐतिहासिक सफर
गुकेश ने 12 दिसंबर 2024 को सिंगापुर में चीनी ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराकर विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीती थी। 18 साल की उम्र में वह सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने, जिन्होंने रूस के गैरी कास्पारोव का 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ा।
पहले कार्लसन को हराने वाले भारतीय: गुकेश, कार्लसन को क्लासिकल फॉर्मेट में हराने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले 2024 में आर प्रज्ञानानंद ने यह कारनामा किया था। गुकेश ने 2023 में नॉर्वे चेस के ब्लिट्ज फॉर्मेट में कार्लसन को हराया था और 2024 में फ्रीस्टाइल चेस रैपिड प्लेऑफ में भी उन्हें मात दी थी। गुकेश ने विश्व चैंपियनशिप के लिए दक्षिण अफ्रीकी मेंटल कंडीशनिंग कोच पैडी अप्टन के साथ काम किया, जिन्होंने उनकी मानसिक दृढ़ता को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।
कार्लसन और गुकेश का इतिहास
गुकेश के विश्व चैंपियन बनने के बाद कार्लसन ने कहा था, “मैं विश्व चैंपियनशिप में नहीं खेलता। वहां मुझे हराने वाला कोई नहीं है।” जवाब में गुकेश ने कहा था, “मौका मिला तो उनके सामने बिसात पर खुद को परख लूंगा।”
पहले राउंड (27 मई 2025) कार्लसन ने गुकेश को पहले राउंड में हराया था, जिसे गुकेश का विश्व खिताब जीतने के बाद पहला क्लासिकल गेम माना गया। कार्लसन ने गुकेश की 4…Bg4! चाल से आश्चर्यचकित होने की बात स्वीकारी, लेकिन अंत में अपनी रणनीति से जीत हासिल की। छठा राउंड गुकेश ने इस हार का बदला लेते हुए कार्लसन को उनके ही गढ़ में हराकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन
- अर्जुन एरिगैसी पहले राउंड में वेई यी को आर्मगेडन में हराया और दूसरे राउंड में गुकेश को मात दी।
- कोनेरू हम्पी महिला वर्ग में आर वैशाली के खिलाफ जीत दर्ज की।
- आर वैशाली हम्पी से हार के बाद महिला वर्ग में संघर्ष कर रही हैं।
भारतीय शतरंज के सुनहरे दौर
पहले दो राउंड में हार के बाद गुकेश ने नाकामुरा और कार्लसन जैसे दिग्गजों को हराकर अपनी मानसिक दृढ़ता और विश्व चैंपियन के स्तर को साबित किया। गुकेश, प्रज्ञानानंद, और अर्जुन जैसे युवा खिलाड़ियों की सफलता ने भारतीय शतरंज को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। गुकेश की इस जीत को विश्वनाथन आनंद के बाद भारतीय शतरंज के सुनहरे दौर का हिस्सा माना जा रहा है।
गुकेश की जीत ने उन्हें 8.5 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर ला दिया, जबकि कार्लसन और कारुआना 9.5 अंकों के साथ शीर्ष पर हैं। टूर्नामेंट के बाकी राउंड रोमांचक होने की उम्मीद है।
गुकेश से और बड़े प्रदर्शन की उम्मीद
डी गुकेश की नॉर्वे चेस 2025 में मैग्नस कार्लसन के खिलाफ जीत न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि भारतीय शतरंज के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। पहले दो राउंड में हार के बाद उनकी वापसी और कार्लसन जैसे दिग्गज को हराने की उपलब्धि उनकी प्रतिभा, धैर्य, और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है। टूर्नामेंट के बाकी राउंड में गुकेश से और बड़े प्रदर्शन की उम्मीद है, जो उन्हें शतरंज की दुनिया में और ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।