पालमपुर: सीएसआईआर-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएसआईआर-आईएचबीटी) ,पालमपुर में 16 अक्टूबर 2023 को विश्व खाद्य दिवस समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. विजय चौधरी, प्राचार्य एवं डीन, राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय, पपरोला ने “स्वास्थ्य और खुशहाली में भोजन का महत्व” विषय पर अपना व्याख्यान दिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आहार और विहार हमारे स्वास्थ्य पर विशेष प्रभाव डालते हैं, जीवनशैली में बदलाव हमारे खान पान पर भी देखा जा सकता है और इसका प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। मिलेट्स और उसके गुणों पर भी डॉ. विजय चौधरी ने प्रकाश डाला।
समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ. निपुण जिंदल, आईएएस, उपायुक्त, कांगड़ा ने विश्व खाद्य दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि खाद्य उपलब्धता एवं पोषण सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) का अभिन्न अंग है। उन्होने मिड डे मील योजनाऔर कुछ राज्यों में शुरू की गयी नाश्ता योजना का भी जिक्र किया। शोध और पॉलिसी के बीच एक समन्वय स्थापित करने की जरूरत पर बल देते हुए उपायुक्त ने पोषण मैत्री अभियान में संस्थान से प्राप्त सहयोग की सराहना की और भविष्य में इसे बढ़ाने का भी आवाहन किया। इस मौके पर उन्होने डॉ. एम एस स्वामीनाथन, भारत में हरित क्रांति के जनक, का उल्लेख करते हुए उनके कार्यो को भी साझा किया। अंत में “कोई भूखा न सोये” कहते हुए अपने संभाषण को सम्पन्न किया।
इससे पहले संस्थान के निदेशक डा.सुदेश कुमार यादव ने अतिथियों का स्वागत करते हुएडॉ. एम एस स्वामीनाथन की जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके योगदान की चर्चा की।उन्होने बताया कि संस्थान खाद्य एवं पोषण विशेष तौर पर पारंपरिक भोजन एवं खाने योग्य पुष्पों पर शोध कर रहा है। निदेशक महोदय ने कहा कि खाद्य पदार्थों जैसे कांगड़ी धाम, आयुर्वेदिक खिचड़ी और शीरा जैसे उत्पादों की प्रक्रिया को मानकीकृत किया गया है।रेडी टू ईट बार को स्पिरूलिना का उपयोग करके आयरन और जिंक समृद्ध करने के लिऐ मूंगफली, तिल और अनाज मिलाकर विकसित किया गया है। इसी प्रकार रेडी टू ईट फ्रूट बार और कैंडी सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करते हैं। इसी श्रंखला में प्रोटीन और फाइबर समृद्ध बार बनाई गई हैं।उन्होने यह भी बताया कि मल्टीग्रेन हाई प्रोटीन मिक्स उत्पाद को प्रोटीन और एनर्जी कुपोषण को दूर करने के लिए विकसित किया गया है।
हिमालय के शीत मरुस्थल में उगने वाले बक्कवीट, जो ग्लुटिन मुक्त खाद्य पदार्थ है, से संस्थान ने पफ नूडल्स, पास्ता और रेडी टू ईट मूल्य वर्धित उत्पाद विकसित किए हैं। ऐसे उत्पाद सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों के लिए वरदान हैं।
इस अवसर पर तीन प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, तीन समझौता ज्ञापन और एक गैरप्रकटीकरणकरार पर भी हस्ताक्षर किए गए। उपरोक्त में प्रमुख थे डेक्कन हेल्थकेर लिमिटेड, हैदराबाद; तिरुपति मेडिकेयरलिमिटेड, सिरमौर;हर्बालाइफलिमिटेड, बैंग्लोर और जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (डीआरडीए), कांगड़ा (हि प्र)।
एसडीएम पालमपुर, वरिष्ठ राज्य प्रशासनिक अधिकारी,संस्थान के कर्मचारियों, छात्रों के साथ-साथ पालमपुर कृषि विश्वविद्यालय के आहार विज्ञान एवं पोषण विभाग के संकाय सदस्य तथा छात्र भी इस प्रोग्राम में शामिल हुए।