मधुमेह या डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी में मरीज के शरीर में पर्याप्त (या कोई भी) इंसुलिन नहीं बनाता है। इतना ही नहीं, शरीर इंसुलिन का उस तरह से उपयोग नहीं करता है जैसा उसे करना चाहिए। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो ग्लूकोज या शुगर को शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करने में मदद करता है। यदि शरीर इंसुलिन का निर्माण या उपयोग ठीक से नहीं करता है, तो आपके खून में शुगर जमा हो सकता है। खून में ब्लड शुगर बढ़ने से कई गभीर समस्याओं का खतरा पैदा हो सकता है।
कुछ लोग अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवा लेते हैं, तो कुछ लोग एक्सरसाइज या हेल्दी डाइट के जरिए हाई ब्लड शुगर को मेंटेन रखने की तमाम उपाय करते रहते हैं। वैसे एक्सपर्ट ब्लड शुगर कंट्रोल रखने के लिए हेल्दी डाइट को ही बेहतर उपाय मानते हैं। धरती पर खाने-पीने की इतनी चीजें हैं, तो ऐसे में सवाल पैदा होता है कि डायबिटीज के मरीजों को शुगर कंट्रोल रखने के लिए क्या खाना-पीना चाहिए?
बात जब डायबिटीज डाइट की होती है, तो फलों का जिक्र जरूर होता है। शुगर के सभी मरीज जानना चाहते हैं कि ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए कौन सा फल खाना चाहिए? फल आमतौर पर एक स्वस्थ आहार का हिस्सा होते हैं लेकिन कुछ फलों में नैचुरल शुगर अधिक होती है, इस तरह के फलों का बहुत अधिक सेवन ब्लड शुगर के लिए अच्छा नहीं होता है। इन्हीं में पपीता एक फल है जिसे लेकर हमेशा कंफ्यूजन रहती है कि क्या डायबिटीज के मरीजों को पपीता खाना चाहिए? चलिए जानते हैं इसका जवाब।
फल स्वाभाविक रूप से मीठे होते हैं और चूंकि शुगर का सेवन ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है, इसलिए कुछ लोग सोच सकते हैं कि फल कम खाने चाहिए। लेकिन फल वास्तव में हेल्दी डाइट का हिस्सा हैं और इसे कम मात्रा में खाना ठीक है। पपीते के मामले में भी यही नियम लागू होता है।
डायबिटीज में कितना पपीता खाना चाहिए
अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) के अनुसार, एक कप ताजे पपीते में लगभग 11 ग्राम (जी) चीनी होती है। इसलिए शुगर के मरीजों को इसका बहुत अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। आप एक दिन में आधा कटोरा पपीता खा सकते हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन का भी यही मानना है कि पपीते जैसे मीठे फलों का बहुत अधिक सेवन नहीं किया जाना चाहिए।
पपीते का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कितना है
ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक एक मान है जिससे पता चलता है कि किसी भोजन से ब्लड शुगर कितनी तेजी से बढ़ता है। पपीते का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) पर 60 का स्कोर करता है, इसलिए यह ब्लड शुगर को बहुत जल्दी नहीं बढ़ाता है।
पपीते के साथ खट्टा फल संतरा खाएं
पोषक तत्वों से भरपूर पपीता न केवल ब्लड शुगर कंट्रोल करता है बल्कि आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने, पेट और आंतों को ठीक करने में भी सहायक है। इसे संतरे जैसे खट्टे फल के साथ मिलाकर खाने से आपको अधिक फायदे हो सकते हैं। आप इन दोनों को मिलाकर एक पावर पैक्ड स्मूदी बना सकते हैं। स्मूदी में अलग से चीनी न डालें। स्मूदी शुगर के मरीजों के लिए एक हेल्दी ऑप्शन है।
पपीते के अन्य स्वास्थ्य लाभ
पपीता न केवल डायबिटीज के मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प है बल्कि इससे सेहत को कई फायदे होते हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, पपीते का शरीर पर हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव हो सकता है। फल में फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो नैचुरल एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।