नई दिल्ली। अफ्रीकी देश नामीबिया के रेगिस्तान से मिले एक जहाज के मलबे से हो रही खोजें दुनिया को चौंका रही हैं। बीते 17 साल से लगातार इससे कई तरह की चीजें सामने आ रही हैं। नामीबिया के प्रतिबंधित हीरा खनन क्षेत्र स्परगेबिएट में साल 2008 में की रेत छान रहे खनिकों को लकड़ी के बीम और जंग लगी धातु जैसी मिलीं। जांच की गई तो यहां 16वीं सदी के पुर्तगाली जहाज का संरक्षित मलबा मिला। इसकी पहचान बाद में बोम जीसस के रूप में हुई, 1533 में यह जहाज खजाना लेकर भारत आ रहा था। 500 वर्षों तक रेगिस्तानी टीलों के नीचे दबा रहा यह जहाज पुर्तगाल से भारत आते हुए समुद्र से गायब हो गया था।
नामीबिया की सरकारी हीरा कंपनी नामदेब और समुद्री पुरातत्वविद् डॉक्टर डाइटर नोली की मदद से हुई इस खोज को अफ्रीका में अब तक की सबसे महत्वपूर्ण समुद्री खोजों में माना जाता है। इस जहाज के मलबे से 2,000 से ज्यादा सोने के सिक्के, हाथीदांत के बने आभूषण, तांबे की सिल्लियां और नौवहन उपकरण मिले। ये चीजें प्रारंभिक आधुनिक युग के वैश्विक व्यापार की गतिशीलता की एक दुर्लभ झलक पेश करते हैं।
वर्षों तक नहीं थी कोई खबर
पुर्तगाली जहाज बोम जीसस (द गुड जीसस) 7 मार्च, 1533 को पुर्तगाल के लिस्बन से भारत के लिए रवाना हुआ था। यह रास्ते में समुद्र में गायब हो गया और साल 2008 तक इसकी कोई जानकारी नहीं थी। इतने साल तक इसको खोजने की कई कोशिश कामयाब नहीं हुईं। आखिरकार 2008 में इसका मलबा नामीबिया के रेगिस्तान में हीरा खनन के दौरान मिल गया।
बोम जीसस पुर्तगाल से सोने और तांबे की सिल्लियों लेकर भारत के लिए निकला था। बोम जीसस के मलबे से दो हजार शुद्ध सोने के सिक्के और हजारों पाउंड तांबे की सिल्लियां सुरक्षित मिली हैं। अनुमान है कि बोम जीसस नामीबिया के तट पर आए तूफान में किनारे के बहुत पास आने से जहाज का पतवार चट्टान से टकराकर डूबा। सैकड़ों वर्षों बाद पानी कम हुआ तो ये दिखा।
एक्सपर्ट ने बताई डूबने की वजह
जहाज के मलबे की जांच के बाद एक्सपर्ट का मानना है कि यह किसी भयानक तूफान की चपेट में आकर डूबा था। घटनास्थल पर मानव अवशेषों के ना होने पता चलता है कि जहाज पर सवार चालक दल के सदस्य या तो मलबे में दबे और बच गए या समुद्र में ही मारे गए। इसलिए उनके शरीर के अवशेष जहाज के पास नहीं थे।
दक्षिणी अफ्रीका समुद्री पुरातत्व अनुसंधान संस्थान के डॉक्टर नोली का कहना है कि यह तटरेखा तूफानों के लिए कुख्यात है। ऐसे में यहां जहाज का मलबा मिलना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। आश्चर्य खुदाई के बाद सोने का बड़ा जखीरा मिलना है। सिक्कों की जांच से पता चला कि यह पुर्तगाली जहाज था, जो 1533 में भारत जाते हुए डूबा। नोली ने बताया कि बोम जीसस अफ्रीका के पश्चिमी तट पर खोजा गया अब तक का सबसे मूल्यवान मलबा है।