मुरार कण्डारी
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2009 में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए सबसे पहले यहीं से आवासीय विद्यालय का काम करवाया गया था। यदि वहां किसी तरह की समस्या है तो उसका त्वरित समाधान कराएं। अधिकारी खुद जाकर स्थिति का जायजा लें ताकि समय पर छात्रों को भोजन आदि उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को सरकार द्वारा दी जानेवाली प्रोत्साहन राशि समय पर मुहैया कराएं। परीक्षा परिणाम आते ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान छात्रों के खाते में सुनिश्च्ति कराएं। जो काम पहले से निर्धारित हैं उसे समय पर पूर्ण कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम चंपारण में विकास के जो काम तय किए गए हैं और चल रहे हैं उसकी अद्यतन स्थिति क्या है, यह जानने और देखने के लिए हम यहां आए हैं। आप सब जनप्रतिनिधि ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं इस बैठक में रखी हैं उसका यथाशीघ्र समाधान होगा और उसके संबंध में विभागीय अधिकारी भी अपने स्तर से आपको सूचित करेंगे।
मुख्यमंत्री को प्रभारी जिलाधिकारी, पश्चिम चंपारण ने स्मृति चिह्न भेंट किया। बैठक में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण सह पश्चिम चंपारण जिले के प्रभारी मंत्री श्री ललित कुमार यादव, विधि मंत्री श्री शमीम अहमद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री आर0 एस0 भट्टी, विकास आयुक्त श्री विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, पश्चिम चंपारण जिला के जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, आयुक्त तिरहुत प्रमंडल श्री गोपाल मीणा, ए0डी0जी0 सुरक्षा श्री बच्चू सिंह मीणा, डी0आई0जी0 चंपारण रेंज श्री प्रणव कुमार प्रवीण, पश्चिम चंपारण के प्रभारी जिलाधिकारी सह उप विकास आयुक्त श्री अनिल कुमार, पुलिस अधीक्षक बेतिया श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा, पुलिस अधीक्षक बगहा श्री किरन कुमार गोरख जाघव सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका दीदियों, अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत हुई है। विधायकों और विधान पार्षदों को भी आमंत्रित किया गया था, जो उपस्थित थे उनके साथ भी बातचीत हुई है। सभी लोगों ने अपनी बातें कही हैं। जिले में चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है। विकास कार्यों को लेकर पूरा डिस्कशन हुआ है। कुछ जगहों पर मैंने आज खुद जाकर देखा है और जो कुछ भी कमियां और शिकायतें आयी हैं, इसको लेकर हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सब कुछ देखने के बाद इसकी रिपोर्ट एक महीने के अंदर हमें और शिकायत करने वालों को भेज दीजिए ताकि एक-एक चीजों को देखा जा सके। हमने अधिकारियों को एक-एक चीज को देखने के लिए निर्देश दे दिया है। हमलोग लोगों की सेवा कर रहे हैं। इसी को लेकर हमलोग घूम रहे हैं। हमने अपनी सभी यात्राओं की शुरुआत यहीं से की है। हम इसी जिले से कोई काम शुरू करते हैं।