Upgrade
पहल टाइम्स
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home राज्य

पूर्व CM ने कांग्रेस पर ही कर डाली रिसर्च, गिनाई पतन की कई वजहें

पहल टाइम्स डेस्क by पहल टाइम्स डेस्क
June 10, 2023
in राज्य, विशेष
A A
22
SHARES
745
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने हाल ही में राजनीति विज्ञान में अपनी पीएचडी पूरी की है. पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) के रिसर्च स्कॉलर रहे चरणजीत सिंह चन्नी को डॉक्टरेट की उपाधि मिल गई है. उन्होंने पीएचडी में जो रिसर्च टॉपिक चुना था, वह काफी दिलचस्प है. चन्नी का ​रिसर्च टॉपिक था, ‘कांग्रेस के पतन की वजहें’. उन्होंने अपनी थीसिस में यह निष्कर्ष निकाला है कि कांग्रेस का पतन पार्टी में चाटुकारिता की संस्कृति के कारण हुआ है. उन्होंने अपने शोध में कहा है कि कांग्रेस को पतन से बचाने के लिए गांधी परिवार ने लड़ने की कोशिश की, लेकिन कुछ चाटुकारों के कारण पार्टी के निष्ठावान सिपाहियों का मनोबल गिरता जा रहा है. पूर्व सीएम चन्नी ने यह शोध पीयू के ‘सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ सोशल एक्सक्लूजन एंड इंक्लूसिव पॉलिसी’ के तत्वाधान में किया है. इस शोध में प्रो. इमैनुअल नाहर ने उनका मार्गदर्शन किया है.

पूर्व सीएम चन्नी का यह शोध 2004 के लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक हुए चुनावों में कांग्रेस की रणनीति पर आधारित है. इसमें यह भी बताया गया है कि कांग्रेस को कैसे सत्ता से बाहर होना पड़ा. शोध में कांग्रेस की राज्यों में गुटबाजी का भी जिक्र किया गया है और कहा गया है कि हर राज्य में कांग्रेस तीन गुटों में बंटी हुई थी. उदाहरण दते हुए इसमें कहा गया है कि पंजाब में कांग्रेस की सत्ता के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह, सिद्धू और सुनील जाखड़ के बीच टकराव रहा, जबकि राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान रही. कांग्रेस नेता चन्नी ने मध्यप्रदेश में सिंधिया के साथ 18 विधायकों के पलायन और कमलनाथ सरकार के सत्ता से बाहर होने की पटकथा का भी शोध में उल्लेख किया है.

इन्हें भी पढ़े

Brijesh Pathak of Rakesh Tikait

राकेश टिकैत की बृजेश पाठक से मुलाकात और मायावती की तारीफ, क्या UP में बन रहे हैं नए सियासी समीकरण ?

July 30, 2025
delhi cm shri school

दिल्ली के सीएम श्री स्कूल आधुनिक शिक्षा, स्मार्ट क्लासरूम और मेधावी भविष्य की नींव!

July 30, 2025

मुख्यमंत्री ने खटीमा में 26.23 करोड़ से निर्मित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय का किया लोकार्पण

July 29, 2025
tribal Ho community

झारखंड: चर्च में ‘हो’ समाज का हेरो: परब मनाने का विरोध, आदिवासी ‘हो’ समाज की आकस्मिक बैठक!

July 29, 2025
Load More

छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव में टकराव का जिक्र

चरणजीत सिंह चन्नी की थीसिस में छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव में टकराव की स्थिति और कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के गिरने से लेकर जी-23 ग्रुप का जिक्र करते हुए कहा गया है, ‘ये सभी मुद्दे कांग्रेस के पतन में मुख्य कारक रहे हैं. शोध में यूपीए की 2009 में जीत की वजह बताते हुए यह भी कहा गया है कि नरेगा, आरटीआई व अन्य सामाजिक कार्यक्रमों की बदोलत कांग्रेस सत्ता में आई थी. जबकि 2011 में अन्ना आंदोलन और केजरीवाल जैसे लोगों ने कांग्रेस का बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया था. 2जी स्पेक्ट्रम, आदर्श सोसायटी स्कैम जैसे मुद्दों ने भी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया. कुछ राज्यों में कांग्रेस ने दूसरी पंक्ति के लोगों को खड़े ही नहीं होने दिया.’

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने अपने शोध में निष्कर्ष निकाला है कि सोनिया गांधी का ध्यान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर ही रहा, जबकि राहुल गांधी युवाओं तक ही सिमट गए थे. एनडीए के सत्ता में आने के कारण बताते हुए चन्नी ने कहा कि 2014 में भाजपा का प्रचार आक्रामक था. भाजपा के पास पीएम मोदी जैसा चेहरा था, जबकि तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह उनके जवाबों के सवाल ही नहीं दे पा रहे थे. महंगाई और लालची  भ्रष्ट राजनीति वर्ग के खिलाफ मध्यम वर्ग में गुस्सा था. चन्नी ने अपने सुझाव में कहा है कि कांग्रेस को दोबारा एक्शन में लाने के लिए संगठन को मजबूत करना होगा. रणनीति की दोबारा समीक्षा करनी होगी और पुराने चेहरों को तरजीह देने के बजाए एक करश्माई चेहरा तलाश करना होगा जो जनता को स्वीकृत हो.

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल
Ministry of Coal

कोयला मंत्रालय ने वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी पर रोड शो का सफलतापूर्वक आयोजन किया

March 1, 2025
murder

जंगलराज : रेस्तरां कर्मी को मारी गोली, खून से लथपथ होकर जमीन पर गिरा

April 25, 2025
cm shinde

महाराष्ट्र में औद्योगिक विकास के लिए शाश्वत बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता : सीएम शिंदे

August 18, 2023
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • कलियुग में कब और कहां जन्म लेंगे भगवान कल्कि? जानिए पूरा रहस्य
  • NISAR : अब भूकंप-सुनामी से पहले बजेगा खतरे का सायरन!
  • देश पहले खेल बाद में, EaseMyTrip ने WCL भारत-पाकिस्तान मैच से प्रायोजन हटाया, आतंक के खिलाफ मजबूत रुख अपनाया।

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.