प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मंदसौर में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक बीजेपी नेता, मनोहर लाल धाकड़ का एक आपत्तिजनक वीडियो सामने आया है, जिसने सियासी हलकों में हंगामा मचा दिया है। यह मामला 13 मई 2025 को वायरल हुए एक सीसीटीवी फुटेज से जुड़ा है, जिसमें धाकड़ एक महिला के साथ कथित तौर पर अश्लील हरकत करते हुए नजर आए। इस घटना ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को असहज स्थिति में ला दिया है, और पार्टी ने इस मामले में धाकड़ से दूरी बना ली है।
महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाते दिखे
सीसीटीवी फुटेज में मनोहर लाल धाकड़ अपनी कार रोककर एक महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाते दिखाई दिए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो सामने आने के बाद, इंदौर पुलिस ने धाकड़ के खिलाफ अश्लीलता फैलाने और सार्वजनिक स्थान पर अनुचित व्यवहार के आरोप में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और महिला की पहचान को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
बीजेपी ने मामले पर दी प्रतिक्रिया
बीजेपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मनोहर लाल धाकड़ को पार्टी से निलंबित कर दिया है। पार्टी ने इस घटना को शर्मनाक बताया और कहा कि यह उनके मूल्यों के खिलाफ है। बीजेपी ने यह भी स्पष्ट किया कि धाकड़ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का समर्थन करती है।
इससे पहले विवादास्पद मामले
यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी नेताओं के खिलाफ इस तरह के विवादास्पद मामले सामने आए हैं।
बलिया, उत्तर प्रदेश में 14 मई 2025 को एक अन्य बीजेपी नेता का नाम सामने आया, जिन्होंने कथित तौर पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एक महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया। वीडियो में नेता को भीड़ के सामने महिला को चूमते और उसके मुंह में नोट लगाते देखा गया। इस घटना की भी व्यापक निंदा हुई, और सोशल मीडिया पर लोगों ने नेता को पार्टी से बर्खास्त करने की मांग की।
सासाराम, बिहार एक अन्य मामले में, बीजेपी नेता शशि शेखर की अकोढ़ीगोला थाना परिसर में कथित तौर पर पुलिस द्वारा पिटाई की गई थी। यह घटना 6 जनवरी 2025 को वाहन चेकिंग के दौरान हुई, जब शेखर ने एक महिला की पिटाई का वीडियो बनाने की कोशिश की थी। इस मामले में पुलिस के सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया।
मध्य प्रदेश (विजय शाह मामला) मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने हाल ही में एक महिला सैन्य अधिकारी, कर्नल सोफिया कुरैशी, के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में बीजेपी की चुप्पी और बाद में शाह के माफीनामे ने पार्टी की छवि को और नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस ने इस मामले में शाह के इस्तीफे की मांग की है।
बीजेपी पर विपक्ष का हमला
कांग्रेस ने इन घटनाओं को बीजेपी की “वॉशिंग मशीन” नीति से जोड़ा, जिसमें आरोप है कि बीजेपी अपने नेताओं के विवादों को दबाने की कोशिश करती है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीजेपी उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती जो उनकी नीतियों का पालन करते हैं, लेकिन जो लोग केंद्र सरकार के खिलाफ बोलते हैं, उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जाता है।
इन लगातार विवादों ने बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंचाया है, खासकर तब जब 2025 में दिल्ली और बिहार जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
विवाद बीजेपी के लिए एक चुनौती !
मनोहर लाल धाकड़ का मामला और हाल के अन्य विवाद बीजेपी के लिए एक चुनौती बन गए हैं। पार्टी ने धाकड़ को निलंबित करके और जांच का समर्थन करके तुरंत कार्रवाई की है, लेकिन विपक्ष और सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना से बचना मुश्किल हो रहा है। इन घटनाओं ने न केवल बीजेपी की नैतिक छवि पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि सार्वजनिक और सोशल मीडिया की निगाहें अब नेताओं के हर कदम पर हैं।