लखनऊ l धार्मिक कट्टरपंथियों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि उनका गजवा-ए-हिंद का सपना कयामत तक भी साकार नहीं होगा. योगी ने कहा कि सरकार संविधान के अनुसार काम करेगी न कि शरीयत कानून के अनुसार. एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में सीएम योगी ने कहा, मैं पूरी स्पष्टता के साथ कह सकता हूं कि यह नया भारत है. यह दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत है. इस नए भारत में सबका विकास होगा और किसी का तुष्टिकरण नहीं होगा. योगी आदित्यनाथ ने कहा, भाई-बहन (राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा) कांग्रेस को बर्बाद करने के लिए काफी हैं. इसके लिए किसी और की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, अखिलेश नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं क्योंकि इससे सपा प्रमुख की स्थिति को खतरा होगा.
शरीयत नहीं संविधान के अनुसार काम करेगा भारत
उन्होंने कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आदर्श वाक्य के साथ काम कर रही है. यह सबका विश्वास, सबका प्रयास के सिद्धांत के साथ काम करता है. नया भारत संविधान के अनुसार काम करेगा, न कि शरीयत के अनुसार. सीएम योगी ने कहा, मैं यह भी स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि गजवा-ए-हिंद का सपना कयामत तक भी साकार नहीं होगा. सीएम ने ट्वीट करते हुए कहा था, ‘गजवा-ए-हिन्द’ का सपना देखने वाले ‘तालिबानी सोच’ के ‘मजहबी उन्मादी’… यह बात गांठ बांध लें…वो रहें या न रहें…भारत शरीयत के हिसाब से नहीं, संविधान के हिसाब से ही चलेगा.
हिजाब पर योगी ने कहा, उचित ड्रेस कोड होना जरूरी
योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक हिजाब विवाद पर अपना रुख साफ करते हुए कहा कि एक उचित ड्रेस कोड होना चाहिए. स्कूलों में उनका पालन किया जाता है. योगी ने कहा, उन्होंने यूपी में जनता या कार्यकर्ताओं को कभी भी भगवा पहनने के लिए नहीं कहा, जो वे पहनते हैं यह उनका व्यक्तिगत चयन है. मेरा दृढ़ विश्वास है कि प्रणाली को भारतीय संविधान के अनुसार चलना चाहिए. हम अपनी धारणा, हमारे मौलिक अधिकार, हमारी व्यक्तिगत पसंद और नापसंद देश या संस्थानों पर थोप नहीं सकते.
राष्ट्रीय संदर्भ में हो संविधान का पालन
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसी का व्यक्तिगत विश्वास अलग होता है, लेकिन जब कोई संस्थानों की बात करता है, तो उसे करना पड़ता है. वहां के नियमों को स्वीकार करना चाहिए. राष्ट्रीय संदर्भ में संविधान का पालन किया जाना चाहिए. असदुद्दीन ओवैसी की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि हिजाब एक मौलिक अधिकार है और एक दिन एक हिजाब पहने लड़की बन प्रधानमंत्री बनेगी. आदित्यनाथ ने कहा, यह उस हर लड़की (भारत की बेटी) की स्वतंत्रता और अधिकारों के लिए है जिसे पीएम मोदी ने तीन तलाक पर रोक लगा दी है. यह निर्णय लड़कियों के न्याय और सम्मान और सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया. हम केवल इतना कह सकते हैं कि व्यवस्था शरीयत के अनुसार नहीं संविधान के अनुसार काम करेगी. जब संविधान के अनुसार व्यवस्था काम करेगी, तो हर लड़की की रक्षा और सम्मान होगी और आत्मनिर्भर बनेगी.