नई दिल्ली। क्या आपको मालूम है कि आपके स्मार्टफोन में इस्तेमाल की जाने वाली सिम कार्ड में गोल्ड यानी सोना होता है। जी हां, ये बिल्कुल सच है कि फोन की सिम कार्ड को बनाने में गोल्ड का इस्तेमाल होता है। सिम कार्ड पर सोने की परत चढ़ाई जाती है। आपको यह जानकर ज्यादा हैरानी होगी कि अब तक सिम कार्ड के खराब होने के साथ उसमें इस्तेमाल गोल्ड भी खराब हो जाता था। इस गोल्ड को दोबारा इस्तेमाल किए जाने की बजाय ई-कचरा लैंडफिल में तब्दील कर दिया जाता था। इसकी पीछे वजह थी कि सिम कार्ड से गोल्ड को अलग करने का कोई री-साइकलिंग प्रॉसेस मौजूद नहीं है।
क्यों होता है सिम में गोल्ड का इस्तेमाल
Digital Trends की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपर्ट का मानना है कि सिम कार्ड से गोल्ड निकालने में लागत ज्यादा आती थी। हालांकि अब इंपीरियल कॉलेज लंदन की तरफ से फोन के सिम कार्ड को री-साइकिल करके गोल्ड निकालने की विधि तैयारी जा रही है। सिम कार्ड पर गोल्ड की परत चढ़ी होती है। यह इलेक्ट्रिसिटी का एक शानदार कंडक्टर होता है। साथ ही चांदी और अन्य धातुओं के मुकाबले जल्दी खराब नहीं होता है।
सिम कार्ड से कितना निकलेगा सोना
लेकिन सिम कार्ड में बेहद कम मात्रा में सोना मौजूद होता है। अगर आप हजारों सिम कार्ड को जमा करके उससे सोना निकालेंगे, तो उससे कुछ ग्राम सोना ही निकालेगा। ऐसे में यह एक फायदेमंद सौदा नहीं होने वाला है। वही सिम कार्ड से सोने के निकालने का प्रॉसेस भी काफी जटिल है. हालांकि Angela Serpe और Paola Deplano मिलकर सिम कार्ड से सोना निकालने का आसान तरीका ढूढ़ निकाला है। वो इटली की University of Cagliari में काम करती हैं।
क्या होगा इसका फायदा
Sim card से सोने को निकालने की प्रक्रिया से न सिर्फ गोल्ड को रिसाइकिल किया जा सकेगा। बल्कि सिम कार्ड के ई-कचरे का निस्तारण किया जा सकेगा। इससे मेडिकल डिवाइस बनाई जा सकेंगी, जिससे मेडिकल डिवाइस की कीमत में कमी आएगी। वही खदान से सोना निकालने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने में कुछ हद तक मदद मिलेगी।