नई दिल्ली। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में हरियाणा के तीन शहरों ने शीर्ष 100 में जगह बनाई है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में गुरुग्राम को 19वां, फरीदाबाद को 36वां और रोहतक को 38वां रैंक मिला है। गुरुग्राम और रोहतक को एक लाख से दस लाख की आबादी वाले शहरों और फरीदाबाद को दस लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों में यह रैंकिंग मिली है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में हरियाणा देश के छह शीर्ष राज्यों में शामिल
धारूहेडा को (25,000-50,000 जनसंख्या वाले शहर) और बवानी खेड़ा को (15,000-25,000 जनसंख्या) में फास्ट मू¨वग सिटी का अवार्ड मिला है। कैंटोनमेंट बोर्ड आधारित रैं¨कग में हरियाणा का अंबाला कैंट 25वें रैंक पर है। ओवरआल प्रोग्रेस और सिटिजन वाइस प्रोग्रेस में हरियाणा शीर्ष छह में शामिल है जबकि छोटे राज्यों की श्रेणी में हरियाणा शीर्ष पर है। पिछली बार हरियाणा देश में आठवें नंबर पर था।
शीर्ष पर रहे 100 शहरों में गुरुग्राम, फरीदाबाद और रोहतक शामिल
2021 की तुलना में हरियाणा के शहरों की स्वच्छता मे व्यापक सुधार हुआ है। फरीदाबाद 2021 में दस लाख की आबादी वाले शहरों में 41वें नंबर पर था और इस बार 36वें पायदान पर आया है। नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए कार्यक्रम में इन अवार्ड की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले साल स्वच्छता की रैं¨कग को लेकर सभी शहरी स्थानीय निकाय संस्थाओं को व्यापक सुधार के निर्देश दिए थे।
राज्य के शहराें के बीच प्रतिस्पर्धा की रैंकिंग में भी काफी सुधार
इसके बाद राज्य के शहरों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा की रैकिंग में भी काफी सुधार हुआ। मुख्यमंत्री ने स्वच्छता रैंकिंग को लेकर अपने प्रत्येक शहरी दौरे में गंभीरता दिखाते हुए गांव और शहर दोनों को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए निर्देशित किया। मनोहर लाल ने स्वच्छता रैंकिंग में हुए इस सुधार के लिए सभी स्थानीय निकायों को बधाई दी है।
उन्होंंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छता के प्रति जागरूक होना चाहिए। जब प्रत्येक व्यक्ति सफाई का महत्व समझने लगेगा और अपने आस-पास सफाई का ध्यान रखेगा तो हमारे गली-मोहल्ले, गांव-शहर, देश-प्रदेश भी स्वच्छता की ओर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता समाज की सबसे बड़ी जरूरत है और सभी के सहयोग से ही स्वच्छ हरियाणा, स्वच्छ भारत का सपना साकार हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार द्वारा समय-समय स्वच्छता को लेकर जागरूता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और विभिन्न सरकारी कार्यालयों, नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्रों में स्वच्छता को लेकर लगातार निगरानी की जा रही है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश में लगातार स्वच्छता के स्तर में सुधार हो रहा है।