नई दिल्ली : ट्रेन से सफर करने वाला हर शख्स वेटिंग टिकट से परिचित होगा. किसी ट्रेन में सीटों के फुल हो जाने के बाद 200-300 वेटिंग टिकट जारी की जाती है. वेटिंग लिस्ट 6 तरह की होती है. हम आपको जनरल और तत्काल वेटिंग टिकट के बारे में विस्तार से बताएंगे.
अगर आपने यात्रा से कुछ दिन पहले टिकट बुक कराई है और वह वेटिंग में आई है तो आपकी टिकट पर GNWL लिखा आएगा. मान लीजिए आपके टिकट पर GNWL15 लिखा हुआ है तो इसका मतलब है कि वेटिंग लिस्ट में आपसे पहले 14 लोग और हैं. आपसे पहले उनकी टिकट कंफर्म होगी. इसी तरह तत्काल में टिकट बुक कराने पर आपके टिकट पर TQWL लिखा दिखेगा.
कौन सी वेटिंग टिकट पहले कन्फर्म होगी?
-जनरल वेटिंग टिकट को पहली प्राथमिकता दी जाती है. जनरल वेटिंग लिस्ट में टिकट कैंसिल होने के चांस भी ज्यादा होते हैं. इसलिए यह टिकट पहले कन्फर्म होगी.
-तत्काल वेटिंग टिकट के कन्फर्म होने के चांस बेहद कम हैं.
ऑनलाइन तत्काल वेटिंग टिकट से जुड़ी दो जरूरी बातें
-तत्काल वेटिंग टिकट ऑनलाइन बुकिंग करने पर मिली है और चार्ट बनने तक कन्फर्म नहीं हुई है तो वह अपने आप रद्द हो जाएगी.
-ऑनलाइन तत्काल की वेटिंग टिकट लेकर ट्रेन में यात्रा नहीं की जा सकती है.
चार अन्य तरह के वेटिंग टिकट कौन से होते हैं?
RLWL– रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट
दूर-दराज के रेलवे स्टेशनों से चढ़ने वाले यात्रियों को इस वेटिंग लिस्ट में स्थान दिया जाता है.
PQWL- पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट
इस लिस्ट में उन्हीं यात्रियों को डाला जाता है जो शुरुआती और अंतिम स्टेशन के बीच में चढ़ने-उतरने वाले होते हैं.
RSWL- रोड साइड स्टेशन वेटिंग लिस्ट
जब कोई टिकट ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से उसके पास पड़ने वाले स्टेशनों के लिए टिकट बुक कराया जाता है, तो उस टिकट पर RSWL कोड लिखा जाता है. ऐसे टिकट की भी कन्फर्म होने की संभावना बहुत ही कम होती है.
RAC टिकट – रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन
इसमें यात्री को आधी बर्थ दे दी जाती है यानी आरएसी टिकट होने पर एक बर्थ पर दो यात्री एक साथ सफर करते हैं. इसमें टिकट के कन्फर्म होने की संभावना काफी होती है.