अगर आपका पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट है या फिर आप पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाओं में निवेश करते हैं तो यह खबर आपको सावधान करने के लिए है, क्योंकि आप साइबर ठगों का शिकार हो सकते हैं. दरअसल, अगली तिमाही के लिए स्मॉल सेविंग स्कीम्स (small savings schemes interest rate hike) पर बढ़कर मिलने वाले ब्याज से जहां एक तरफ सीनियर सिटीजंस और महिलाओं में खुशी है तो वही इस खबर ने साइबर ठगों को भी एक्टिव कर दिया है. अब साइबर ठग ऐसे लोगों को भी निशाना बना रहे हैं, जिन्होंने इस तरह की स्मॉल सेविंग स्कीम में अपना पैसा लगा रखा है.
दरअसल यह साइबर ठग ज्यादातर ऐसे लोगों को अपना निशाना बनाते हैं जो या तो सीनियर सिटीजन होते हैं या फिर महिलाएं. ठग इनको आधार कार्ड या पैन कार्ड अपडेट ना होने की वजह से उनका अकाउंट बंद होने का डर दिखाते हैं. लोगों के जागरूक ना होने का फायदा उठाकर यह साइबर ठग उनसे बातों-बातों में ही निजी जानकारी हासिल कर लेते हैं, और फिर देखते ही देखते कर देते हैं अकाउंट साफ. मुंबई पुलिस ने ऐसी बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर लोगों को सावधान किया है और किसी भी तरह की लालच में फंसने से बचने को कहा है.
साइबर ठग आपको ठगने के लिए अलग-अलग तरीका अपनाते हैं, जिसमें आपको कॉल करना, मैसेज करना, डराना, मालवेयर वाले लिंक भेजना शामिल होता है. विशिंग उसे कहते हैं जब फ्रॉडस्टर्स आपको स्कैम करने के लिए कॉल करते हैं. फ्रॉडस्टर्स यहां भी आपको बैंक रिप्रेजेंटिटिव या ऐसे ही किसी दूसरे रोल में कॉल करते हैं और आपकी जानकारी निकलवाते हैं. वो आपको फ्री क्रेडिट कार्ड, टैक्स रिफंड, क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड वगैरह के बहाने से कॉल करके झांसा देते हैं और अगर आप इनके फेर में पड़ गए और अपनी डीटेल शेयर कर दी, तो आपका बैंक अकाउंट साफ हो सकता है.
साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
साइबर ठगों से बचने के लिए सबसे पहले व्यक्तिगत तौर पर सावधानी बरतनी जरूरी है. एसएमएस और ईमेल पर आने वाले किसी भी तरह के अनजाने लिंक पर क्लिक न करें. किसी भी व्यक्ति के साथ अपने बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारियां न दें. किसी भी तरह के संदिग्ध फोन, मैसेज या मेल का जवाब न दें और उन्हें ब्लॉक कर दें. ये ठग आपको करोड़ों रुपये की लॉटरी जीतने के साथ-साथ निवेश करने पर मोटे मुनाफे का लालच देकर आपसे पैसों की भी मांग कर सकते हैं. इसलिए किसी भी अनजान व्यक्ति को लालच में आकर पैसे न भेजें.