नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona Virus) को जैसे ही हम भूलने लगते हैं वैसे ही हमारे सामने इसका एक नया वैरिएंट आकर खड़ा हो जाता है। हाल ही में ऐसा ही हुआ है। दुनियाभर के कुछ देशों में कोरोना के 2 नए वैरिएंट्स अपना पैर पसार रहे हैं जिन्हें Flirt covid variants नाम दिया गया है। खबरों की मानें तो, पिछले सप्ताह तक अमेरिका में इसके 25 से 30% तक कोविड मामले इन्हीं दो वैरिएंट्स से जुड़े हुए हैं। साथ ही बताया जा रहा है कि दुनिया में इसकी एक नई लहर देखने को मिल सकती है। आइए, जानते हैं फ्लर्ट वैरिएंट क्या है और इससे जुड़ी तमाम जानकारियां।
फ्लर्ट वैरिएंट क्या है-
Centers for Disease Control and Prevention की मानें तो, फ्लर्ट वैरिएंट कोरोना वायरस के सब वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron family) से निकला एक और वैरिएंट है। फ्लर्ट वैरिएंट में कोविड के दो वेरिएंट्स हैं। पहला Flirt वेरिएंट KP.2 है और दूसरा है KP.1.1
इन दोनों को मिलाकर इस न्यू कोविड वेरिएंट (new covid) वेरिएंट को एक सामूहिक नाम दिया गया है। ये JN.1.11.1 के वंशज हैं, जो अमेरिका में फैले कोविड वैरिएंट से निकला एक सबवेरिएंट है।
फ्लर्ट वेरिएंट के लक्षण
CDC के अनुसार, इसके लक्षण बाकी कोराना वायरस की तरह ही है। हालांकि, अलग-अलग लोग इसके अलग-अलग लक्षणों को महसूस कर सकते हैं। जैसे
-गला खराब होना
-नाक बंद होना
-बुखार या ठंड लगना
-मतली या उलटी
-दस्त
-खांसी
-सांस लेने में तकलीफ
-थकान
-मांसपेशियों में दर्द
-सिरदर्द
-स्वाद या गंध को महसूस न करना
किन लोगों को रहना चाहिए सतर्क
हालांकि, जिन लोगों ने कोरोना के प्रति अपनी इम्यूनिटी को विकसित कर ली है उनपर इस वेरिएंट का ज्यादा असर नहीं होगा। पर कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इसके शिकार हो सकते हैं। जैसे कि डायबिटीज और फिर कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों से गुजर रहे लोग। तो, बचाव के लिए जरूरी है कि लक्षण दिखते ही डॉक्टर को दिखाएं। दूसरा, मास्क पहनें, साफ-सफाई का खास ख्याल रखें और फिर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
भारत में इस वैरिएंट के एक भी मामले अभी तक सामने नहीं आए हैं, इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है। पर अमेरिका, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और ब्रिटेन के अस्पतालों में भर्ती होने वाले संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।