नई दिल्ली। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिव सेना ने लोकसभा चुनाव के लिए 16 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। इनमें कई ऐसी सीटें भी हैं, जहां कांग्रेस अपनी दावेदारी पेश करती आ रही थी। बावजूद इसके, उद्धव ने सबसे पहले वहां अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। ऐसे में अब इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि महा विकास आघाडी (MVA) में विपक्षी एकता में दरार पड़ चुकी है। वंचित बहुजन आघाडी के प्रकाश आंबेडकर पहले ही एमवीए नेताओं से नाराजगी जता चुके हैं और कह चुके हैं कि तीनों दलों में तालमेल नहीं है।
शिव सेना (यूबीटी) ने उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की है, उसमें मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से अनिल देसाई को प्रत्याशी बनाया गया है,जबकि कांग्रेस इस सीट से वर्षा गायकवाड़ को चुनावी मैदान में उतारना चाहती थी। इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि कुछ सीटों पर MVA के घटक दल फ्रेंडली फाइट यानी आपसी दोस्ताना संघर्ष कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो MVA का वोट बैंक आपस में बंट सकता है और इसका फायदा महायुति को मिल सकता है।
कांग्रेस मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट भी मांग रही थी, जहां से वह पूर्व सांसद संजय निरूपम को उतारना चाहती थी लेकिन शिव सेना ने वहां से अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार बनाया है। उद्धव ठाकरे ने सांगली सीट पर भी अपना उम्मीदवार उतार दिया है, जबकि कांग्रेस इस पर भी दावा कर रही थी। सांगली सीट से 1962 से लगातार 2009 तक कांग्रेस की जीत होती रही है। इसे कांग्रेस का गढ़ कहा जाता रहा है लेकिन पिछले दो चुनावों (2014 और 2019) से यहां भाजपा के संजय काका पाटिल जीतते रहे हैं। शिव सेना (यूबीटी) ने कोल्हापुर और सांगली लोकसभा सीटों पर भी दावा किया था। हालाँकि, बाद में उद्धव ने कोल्हापुर सीट छोड़ दी है।
शिवसेना ने जो लिस्ट जारी की है, उसमें बुलढाणा से नरेंद्र खेडेकर, यवतमाल-वाशिम से संजय देशमुख, मावल से संजोग वाघेरे पाटील, सांगली से चंद्रहार पाटील, हिंगोली से नागेश पाटील आष्टीकर, संभाजीनगर से चंद्रकांत खैरे, धारशीव से ओमराजे निंबालकर, शिर्डी से भाऊसाहेब वाघचौरे, नाशिक से राजाभाऊ वाजे, रायगड से अनंत गीते, सिंधुदुर्ग रत्नागिरी से विनायक राऊत, ठाणे से राजन विचारे, मुंबई नॉर्थ-ईस्ट से संजय दिना पाटील, मुंबई दक्षिण से अरविंद सावंत, मुंबई नॉर्थ वेस्ट से अमोल कीर्तिकर और परभणी सीट से संजय जाधव को टिकट दिया है।
संजय राउत के मुताबिक, एमवीए में सीट शेयरिंग के अनुसार शिव सेना 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 16 और शरद पवार की एनसीपी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राज्य में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं।