दिल्ली : दिल्ली सरकार पर एक बार फिर विज्ञापन पर बड़ी धनराशि खर्च करने का आरोप लगे हैं. दरअसल, उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से बताया गया है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने योजना राशि से ज़्यादा ख़र्च उसके प्रचार पर किया है. एलजी ऑफिस के मुताबिक, सरकार की बहुप्रचारित ‘बिजनेस ब्लास्टर’ योजना के तहत लाभार्थियों को 30 करोड़ रुपए का लाभ मिलना था, लेकिन इस योजना के विज्ञापन पर 52 करोड़ खर्च किए गए है.
दरअसल, एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट करिकुलम पर केजरीवाल सरकार की एक आंतरिक रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना के तहत छात्रों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के क्लास 9वीं से 12वीं के लिए शुरू किया गया था. जहां हर छात्र को 2000 रुपए सीडिंग मनी दी जाती है. रिपोर्ट से यह भी पता चला कि दिल्ली सरकार ने इस योजना के विज्ञापनों पर 52.52 करोड़ रुपये खर्च किए.
स्कूलों ने 56 करोड़ रुपए में से 26 करोड़ किए वापस
इस परियोजना के लिए साल 2021-2022 में कुल 60 करोड़ आवंटित किए गए थे, जिसमें से स्कूलों को 56.14 करोड़ रुपए दिए गए. इस्तेमाल ना होने के कारण इस रकम में से स्कूलों ने 26 करोड़ वापस कर दिए थे, यानि कि इस योजना पर महज 30 करोड रुपए ही खर्च किए.
दिल्ली सरकार ने विज्ञापनों पर 52 करोड़ किए खर्च
वहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली सरकार ने इस योजना के लिए विज्ञापनों पर 52.52 करोड़ रुपए खर्च किए. जोकि नवंबर 2021 से जनवरी 2022 तक केवल 2 महीनों के दौरान अलग-अलग टीवी चैनलों पर दिल्ली सरकार ने महज 24 टीमें के 8 एपिसोड के प्रसारण पर 28 करोड़ 79 लाख 20 हजार खर्च किए.
यानि कि 1 टीम को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर प्रचारित करने के लिए 1,19, 96,666 रुपए खर्च किए. इसके साथ ही DIP ने प्रिंट मीडिया, TVC प्रोमो, रेडियो, आउटडोर और डिजिटल चैनलों पर 23,73,04,357.56 खर्च किए.
AAP पर BJP ने लगाया आरोप
बता दें कि, इससे पहले बीजेपी ने भी आरोप लगाया था कि सीएम केजरीवाल ने एक योजना पर लगभग 19 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि योजना के तहत दिल्ली सरकार ने सिर्फ दो छात्रों को लोन दिया, जो कि 20 लाख रुपए था.