प्रकाश मेहरा
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश के इतिहास में लंबे समय तक याद रखे जाएंगे। आने वाली पीढ़ियां किताबों में यही पढ़ेंगी कि कैसे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने ऊपर लगे आरोपों के बावजूद नैतिकता को ताक पर रखकर शासन करते रहे। देखा जाए, तो दिल्ली के मुख्यमंत्री को सांविधानिक पद से इस्तीफा देकर संविधान की रक्षा करते हुए अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का मजबूती से सामना करना चाहिए। इस देश में भ्रष्टाचार के आरोपी एकमात्र मुख्यमंत्री केजरीवाल नहीं हैं। इससे पूर्व जयललिता, लालू प्रसाद यादव, मधु कोड़ा, हेमंत सोरेन जैसे तमाम मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरने के बाद जेल जा चुके हैं, पर जेल जाने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दिया। हेमंत सोरेन का उदाहरण तो सबसे ताजा है। मगर केजरीवाल ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इससे यही पता चलता है कि वह किसी भी तरह से कुर्सी पर बस बने रहना चाहते हैं।
जेल से शासन चलाना हास्यास्पद
जेल से शासन चलाना हास्यास्पद है। इससे अन्य देशों में भारत की छवि बिगड़ रही है। दूसरे देश तो यही जानना चाह रहे होंगे कि क्या भारत का संविधान इसकी इजाजत देता है? बेशक, भारतीय संविधान इस सवाल पर मौन है, लेकिन इसका यह मतलब भी नहीं कि संविधान में दर्ज होने से बची रह गई जरूरी बातों को दरकिनार करके हम गलती पर गलती करते जाएं। क्या भारत का लोकतंत्र इस बात की इजाजत देता है कि चोर, डकैतों, अपराधियों के सुधार-गृह, यानी जेल से मुख्यमंत्री अपने अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी करें? यह भी तो उचित नहीं है।
ऐसी किसी भी जांच में वक्त लगता है। ऐसा भी नहीं है कि केजरीवाल को जेल में डालकर मामला खत्म कर दिया जाएगा।
धैर्य और न्यायपालिका पर विश्वास
जांच एजेंसियां सघन जांच में जुटी हुई हैं, इसलिए मुख्यमंत्री को धैर्य रखना चाहिए और न्यायपालिका पर विश्वास करना चाहिए। अगर वह सही हैं, तो बेशक कुछ वक्त लगेगा, लेकिन उनको न्याय जरूर मिलेगा। हालांकि, एजेंसी को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जांच के दायरे में कोई निर्दोष न आ जाए। शराब घोटाले की चिनगारी कहां-कहां उड़ने वाली है, यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। हालांकि, आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी ने यह भी कहा कि एक करीबी के जरिये उनको खरीदने के कोशिश हुई और यह कहा गया कि बात न मानने पर अगले एक महीने में उनके साथ कुछ अन्य आप नेताओं को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ऐसे बयान जांच एजेंसी की छवि धूमिल कर सकते हैं, इसलिए जल्द ही इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए।
‼️ सनसनी खेज खुलासा ‼️
मेरे एक करीबी के द्वारा भाजपा की तरफ से मुझे अप्रोच किया गया और कहा गया BJP जॉइन कर लो वरना आने वाले 1 महीने के अंदर ED मेरे घर पर रेड करेगी और मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
BJP का इरादा है कि आने वाले 2 महीने के अंदर मुझे, सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा और… pic.twitter.com/181ZTctvXz
— AAP (@AamAadmiParty) April 2, 2024
आम आदमी पार्टी को दी नसीहत!
शहीद भगत सिंह के पोते यादविंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी को दी नसीहत… बोले- ”अरविंद केजरीवाल की तुलना शहीदे आजम भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर से करने की कोशिश की गई ये देख कर बहुत बुरा लगा, आम आदमी पार्टी महान लोगों के साथ तुलना करने से बचे।”
VIDEO | Here’s what grandson of Bhagat Singh, Yadvinder Sandhu, said on the photograph of Delhi CM Arvind Kejriwal behind bars, flanked by portraits of Bhagat Singh and BR Ambedkar.
“This morning, a video of Sunita Kejriwal (wife of Delhi CM Arvind Kejriwal) came in which a… pic.twitter.com/RS0XLOFIlk
— Press Trust of India (@PTI_News) April 4, 2024
हालांकि अब ये देखना होगा कि आख़िर केजरीवाल इस्तीफा देंगे या जेल से ही सरकार चलाएंगे या फिर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की है तैयारी!
पूरी रिपोर्ट देखिए एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा के साथ