हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा कल्याण एवं सभी सुख प्रदान करने वाली है और देवभूमि उत्तराखंड में हरिद्वार की पावन धरा पर कथा श्रवण का और अधिक महत्व है। कलयुग में श्रीमद् भागवत कथा मोक्ष प्रदाता है। कनखल स्थित सूरत गिरी बंगले में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को बतौर मुख्य अतिथि कथा का महत्व बताते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से भक्तों के अंदर भगवान श्रीकृष्ण के प्रति भक्ति का एक अटूट विश्वास जागृत होता है। पावन हृदय से इसका स्मरण करने मात्र से प्रभु श्रीहरि हृदय में आ विराजते हैं। महामंडलेश्वर स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है।
जिससे वह स्वयं को सबल बना कर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है और प्रेम भावना बढ़ती है। इसलिए सभी को अपने जीवन काल में श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण बार बार अवश्य करना चाहिए। कथा व्यास राधा कृष्ण महाराज ने कहा कि भक्तों की आत्मा का परमात्मा से साक्षात्कार करवाने वाली भक्त और भगवान की यह कथा सभी के लिए सर्वदा हितकारी ह।ै कलयुग में मोक्ष प्राप्ति के लिए श्रीमद् भागवत कथा से उत्तम और कोई साधन नहीं है। जन्म जन्मांतर के पुण्य का उदय होने पर ही सौभाग्यशाली व्यक्ति को कथा श्रवण का लाभ प्राप्त होता है। इसलिए सभी को कथा का श्रवण एवं पठन दोनों अवश्य करने चाहिए। कथा के यजमान शिवदयाल दवे, माधवदत्त दवे, मुकुंद दवे, अशोक कुमार दवे, नरेंद्र दवे, महेश कुमार दवे, किशोर कुमार दवे, बाबूलाल दवे, मनोहर लाल दवे आदि ने कथा में पधारे सभी संत महापुरुषों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर महंत अनुभव दास, मोतीलाल ओझा, कांता देवी ओझा, ठाकुर प्रसाद श्रीमाली, उषा देवी श्रीमाली, गोपी किशन दवे, ललिता दवे, शांति देवी, भाई मोहन व्यास, शांता व्यास, सोहनलाल अवस्थी, इंदु बाला, सुशीला दवे, प्रभावती दवे, शंकर लाल, पन्ना लाल, मदन व्यास, मदनलाल दवे, मंजू देवी, मगदत्त व्यास, गीता देवी, पन्ना बाई, किशोर कुमार दवे, मधुसूदन दवे उपस्थित रहे।