सुंदरनगर (मंडी)। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी की करसोग विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता मस्तराम का अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर पैतृक गांव निहरी के निकट स्थित श्मशानघाट में किया गया। अपने प्रिय नेता के जाने से हर किसी की आंखें नम थीं। मस्त राम का शव मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे निहरी पहुंचाया गया। जहां घर पर अंतिम संस्कार की रस्में पूरी होने के बाद शव को पहाड़ी की पगडंडी के रास्ते श्मशानघाट तक पहुंचाया गया। यहां पर बड़े बेटे भागीरथ ने पिता को मुखाग्नि दी।
दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद निहरी में हुआ संस्कार
मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद विधायक मस्त राम के दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद तय हुआ कि अंतिम संस्कार निहरी स्थित पैतृक निवास पर ही किया जाएगा। इस दौरान उनकी पहली और दूसरी पत्नी के परिवार भी मौजूद रहे।
फंदा लगाने से ही हुई मौत
प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फंदा लगना ही बताया गया है। शरीर में किसी तरह के चोटों के निशान नहीं है। नेरचौक मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अधिकारी ने यह जानकारी दी है। वहीं, पूर्व विधायक मस्तराम के दोनों परिवारों में से किसी ने भी आत्महत्या को लेकर शक जाहिर नहीं किया है। पारिवारिक परिस्थितियां आत्महत्या का कारण रहीं या कुछ और पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। हालांकि, सुसाइड नोट में पूर्व विधायक ने खुद को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग का मिलान फोरेंसिक टीम कर रही है। उधर, डीएसपी दिनेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच चल रही है।
सोमवार होटल में फंदे पर लटका मिला था शव
पूर्व विधायक मस्त राम ने सोमवार दोपहर को सुंदरनगर के एक होटल में कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी थी। वह रविवार शाम करीब सवा चार बजे सुंदरनगर पहुंचे था। जहां पर अगले दिन उन्होंने फंदा लगा लिया। यह घटना सुबह 11:00 बजे से 1:00 बजे के बीच की है। इधर, सुंदरनगर के विधायक एवं प्रदेश भाजपा के महासचिव राकेश जम्वाल, पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक टेकचंद डोगरा, कांग्रेस एससी विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान, जिला कांग्रेस एससी मोर्चा के अध्यक्ष नरेश चौहान व कांग्रेस सेवादल के जिला अध्यक्ष प्रेम लाल गुड्डू ने पूर्व विधायक मस्त राम के निधन पर शोक जताया है।