शिमला। हिमाचल में किसानों को प्राकृतिक खेती से अधिक आय प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने का प्रयास तेज हुआ है। इस वर्ष प्रत्येक पंचायत में 10 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने और 15 हजार हेक्टेयर भूमि को प्राकृतिक खेती के तहत लाकर ऑनलाइन पंजीकृत किया जाएगा।
कृषि भवन बालूगंज में शुक्रवार को हुई बैठक
जनजातीय जिला लाहुल स्पीति (Lahaul Spiti) के काजा और चंबा के पांगी क्षेत्र में किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करने का प्रयास होगा। इस संबंध में बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारने के लिए शिमला स्थित कृषि भवन बालूगंज में शुक्रवार को बैठक हुई।
आगामी वित्त वर्ष की कार्ययोजना तैयार कर भेजने का निर्देश
इसमें प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के राज्य परियोजना निदेशक हेमिस नेगी ने अधिकारियों को बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारने की तैयारियों और आगामी वित्त वर्ष की कार्ययोजना 31 मार्च से पहले तैयार कर भेजने का निर्देश दिए। काजा और पांगी में उगने वाले फल, सब्जियों और अनाजों के विपणन के लिए भी उचित प्रबंध किए जाएंगे।
राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्टअप योजना
राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्टअप योजना (Rajiv Gandhi Natural Farming Startup Scheme) के तहत किसान-बागवानों को आर्थिक तौर से सशक्त बनाने का काम भी किया जाएगा। योजना में संयुक्त कृषि निदेशक (प्रशासनिक) डा. रविंद्र सिंह जसरोटिया ने कहा कि बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारने के लिए बैठक में अहम निर्णय लिए गए हैं।