प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करते हुए भारत के लोकतंत्र की विविधता और विशालता पर प्रकाश डाला। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि भारत में 2,500 से अधिक राजनीतिक दल हैं, 20 अलग-अलग पार्टियां विभिन्न राज्यों में शासन करती हैं, 22 आधिकारिक भाषाएं हैं और हजारों बोलियां मौजूद हैं। इस बयान ने घाना के सांसदों को आश्चर्यचकित कर दिया, और वे एक-दूसरे को देखने लगे। कुछ सांसदों ने इस पर हंसी और ठहाकों के साथ प्रतिक्रिया दी, जिससे संसद में खुशनुमा माहौल बन गया। पीएम मोदी ने भी मुस्कुराते हुए इस बात को दोहराया और भारत के लोकतंत्र को “संस्कार” के रूप में प्रस्तुत किया, न कि केवल एक व्यवस्था के रूप में।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “भारत लोकतंत्र की जननी है। हमारे लिए लोकतंत्र केवल एक व्यवस्था नहीं, बल्कि हमारे मौलिक मूल्यों का हिस्सा है।” उन्होंने घाना को लोकतंत्र की भावना से ओतप्रोत भूमि बताते हुए वहां उपस्थित होने को सौभाग्य की बात बताया। उन्होंने 1.4 अरब भारतीयों की सद्भावना और शुभकामनाएं घाना के लिए व्यक्त कीं और घाना द्वारा दिए गए सर्वोच्च सम्मान “द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना” के लिए 140 करोड़ भारतीयों की ओर से आभार जताया।
India’s democracy shines as a ray of hope. India is a pillar of strength for the world. pic.twitter.com/CJjdl8TeGy
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2025
इसके अलावा, भारत और घाना ने चार समझौतों (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जो दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, मानकीकरण, पारंपरिक चिकित्सा, और उच्च-स्तरीय वार्ता के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए थे। इनमें सांस्कृतिक आदान-प्रदान, भारतीय मानक ब्यूरो और घाना मानक प्राधिकरण के बीच सहयोग, आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में सहयोग और संयुक्त आयोग की बैठकों को संस्थागत बनाने जैसे समझौते शामिल थे।
I’m very clear in the belief that global progress can’t be achieved without giving proper voice to the Global South. And, India is doing several things in that direction. pic.twitter.com/6pvMg1tlUH
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2025
पीएम मोदी ने घाना की प्रगति और समावेशी विकास की प्रतिबद्धता की सराहना की, इसे अफ्रीकी महाद्वीप के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने वैश्विक चुनौतियों जैसे जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और साइबर सुरक्षा का जिक्र करते हुए भारत और घाना के बीच मजबूत साझेदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
Grateful to President Mahama, the people and Government of Ghana for the warmth during my visit. I am confident that together we will create a brighter future for our citizens!@JDMahama pic.twitter.com/k7MsaL2B10
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2025
घाना के सांसदों का आश्चर्य और हंसी इस बात का प्रतीक थी कि “भारत की विविधता और लोकतांत्रिक ढांचा उनके लिए कितना अनोखा और प्रभावशाली था। इस संबोधन ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और राजनयिक संबंधों को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पीएम मोदी के 2,500 राजनीतिक दलों वाले बयान ने घाना की संसद में हलचल मचा दी, जिससे सांसद हैरान और उत्साहित हुए। उनके संबोधन ने भारत के लोकतंत्र की विशालता, विविधता, और सांस्कृतिक गहराई को रेखांकित किया, साथ ही दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करने का संदेश दिया।
सुनिए ‘घाना’ में क्या बोले पीएम मोदी का सम्बोधन