इंदौर: इंदौर के कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी ‘लव जिहाद’ फंडिंग मामले में इनामी आरोपी है. फरार कादरी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने जम्मू-कश्मीर में छापेमारी की. इस बीच, इंदौर के वार्ड 58 की मुस्लिम महिलाओं ने अनवर कादरी के समर्थन में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया.
एडिशनल डीसीपी राम सनेही मिश्रा ने बताया कि अनवर कादरी की गिरफ्तारी की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उनकी तलाश में पुलिस टीमें सक्रिय हैं.
उन्होंने कहा कि जांच में पता चला है कि इस मामले में संगठित अपराध किया जा रहा है. इसके तहत धारा 303, 62, 249 और 111 बीएनएस की धाराएं जोड़ी गई हैं. कई एसोसिएट्स के शामिल होने की जानकारी मिली है, जो अवैध तरीके से फंडिंग कर रहे हैं।.
मिश्रा ने आगे बताया कि पुलिस की नजर कादरी के नजदीकी लोगों और आर्थिक-व्यावसायिक साझेदारों पर है. कई संदिग्धों तक पुलिस पहुंच रही है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी.
आरोपी कादरी की बेटी आयशा की पूछताछ से महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, जिसके आधार पर कादरी के खिलाफ धाराएं बढ़ाई गई हैं. अन्य लोगों से भी इनपुट मिले हैं, जिन्हें संगठित अपराध में सहभागी मानकर आरोपी बनाया जाएगा और उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले से कादरी द्वारा आर्म्स लाइसेंस के लिए आवेदन करने की जानकारी सामने आई है, जिसे गलत दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त किया गया था. यह लाइसेंस अब निरस्त कर दिया गया है. श्रीनगर से भी कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं और संबंधित ठिकानों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
डीसीपी मिश्रा ने बताया कि कादरी से जुड़े तीन बैंक खातों एसबीआई, एक्सिस बैंक और एक फर्म की जानकारी पुलिस को मिली है, जिसमें चार-पांच लोग पार्टनर हैं. ये खाते पुलिस की जांच के दायरे में हैं.
इस मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है और अनवर कादरी की गिरफ्तारी के लिए इनाम की राशि पहले ही 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 20 हजार रुपये की जा चुकी है.