बांदा l जिला अधिकारी अनुराग पटेल ने मंगलवार को मध्य रात्रि में अवैध खनन व परिवहन की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए खनिज विभाग की टीम के साथ 8 किलोमीटर पैदल चलकर मरौली खंड 2 एवं अछरौड़ खादर बालू खदान में छापा मारा। छापा मारने से पहले जिलाधिकारी ने अपने समस्त स्टाफ एवं खनिज विभाग के समस्त अधिकारी व कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए थे, ताकि खदान संचालकों तक छापे की सूचना न पहुंच सके। छापे के दौरान अवैध परिवहन, ओवरलोडिंग पाए जाने पर 44 ट्रकों को सीज किया गया। उनके साथ खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता एवं खान निरीक्षक ईश्वर चन्द्र व पुलिस बल शामिल रहा।
डीएम मंगलवार की मध्य रात्रि में दलबल के साथ अछरौंड़-मरौली मार्ग पर आ रहे बालू मोरम के ओवरलोड ट्रकों की जांच की। जांच के समय कुल 44 ट्रकों द्वारा बालू का अवैध परिवहन व ओवरलोडिंग पाये जाने पर ई-चालान के माध्यम से वाहन स्वामियों को नोटिस जारी किया और वाहनों को थाना मटौंध पुलिस की अभिरक्षा में दिया, जिससे लगभग 26,40,000 रुपये का राजस्व प्राप्त होने की सम्भवना है। इसके अलावा जिले की तहसील बांदा स्थिति ग्राम अछरौंड (खण्ड संख्या-1) में बालू के स्वीकृत खनन पट्टे का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान खनन पट्टे के क्षेत्र को प्रदर्शित करने वाला बोर्ड लगा हुआ पाया गया और खनन क्षेत्र में स्थापित तौल मशीन के लगे सीसीटीवी कैमरे लगे हुए नहीं मिले। खदान में उपस्थित कर्मचारी टीम को देखते ही मौके से भाग गए।
इसी तरह मरौलीखादर (खण्ड संख्या-2) में बालू के स्वीकृत खनन पट्टे का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खनन पट्टे के क्षेत्र को प्रदर्शित करने वाला बोर्ड लगा हुआ पाया गया और खनन क्षेत्र में स्थापित तौल मशीन के लगे सीसीटीवी कैमरे सुचारू रूप से संचालित मिले। वहीं, ग्राम अछरौंड के केन नदी के उस पार ट्रैक्टरों द्वारा बालू का अवैध खनन परिवहन होते हुए देखा गया, लेकिन टीम को देखते हुए रात्रि के अंधेरे का लाभ लेते हुए ट्रैक्टर चालक भाग गए। जिलाधिकारी द्वारा अवैध खनन करने वालों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।