नई दिल्ली: राजधानी स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक झण्डेवाला देवी मंदिर में आज शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन माँ के नवें स्वरूप “माँ सिद्धिधात्री’’ का श्रृंगार व पूजा अर्चना पूर्ण विधि-विधान के साथ की गई l माँ सिद्धिधात्री कमल पुष्प पर विराजमान अपने साधकों को समस्त सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ है l देवी पुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से ही समस्त सिद्धियों को प्राप्त किया था lइन्ही की अनुकंपा से भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ और “अर्धनारीश्वर’’ नाम से प्रसिद्ध हुए l
नवरात्र का अंतिम दिन महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि आज माँ की उपासना करने से साधारण भक्तों की मनचाही मुरादें पूरी होती हैं l उन्हें सुख – समृद्धि प्राप्त होती है l झण्डेवाला देवी मंदिर मे पूरे नौं दिन माँ के नौं स्वरूपों का पूजन किया जाता है और नवरात्र पर्व संपन्न होता है l आज भी सारा दिन भक्त माँ के दर्शन कर अपने परिवार की मंगलकामना करते रहे l
पूरा समय प्रसाद वितरण एवं भण्डारे की व्यवस्था बनी रही और मंदिर के सेवादारों एवं कर्मचारियों ने सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाए रखा। माँ के भक्त श्री अशोक भारद्वाज जी एंड पार्टी द्वारा दुर्गा स्तुति के पाठ का आयोजन मंदिर में किया गया।