सोनी सब के शो ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ (Ziddi Dil Maane Na) को काफी पसंद किया जा रहा है. शो के 50 एपिसोड्स पूरे हो गए हैं. यह शो आर्मी ट्रेनीज के प्यार, दोस्ती और जिन्दगी पर केन्द्रित और ज़िदादिली से भरपूर अपने कथानक से दर्शकों को बांधे हुए है. फैंस करन शेरगिल (शालीन मल्होत्रा) और डॉ. मोनामी (कावेरी प्रियम) के बीच बेहतरीन केमिस्ट्री देखने का मजा उठा रहे हैं.
सितारों से भरी बेहतरीन कास्ट और दमदार कथानक से यह शो युवाओं और बड़ों का ध्यान समान रूप से खींच रहा है. 50वें एपिसोड को यादगार बनाने के लिये कास्ट और क्रू ने ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ के सेट पर केक काटने की रस्म रखी थी. इस शो में सिम्पल कौल, कुणाल करन कपूर, दिलजोत छाबड़ा और आदित्य देशमुख जैसे बहुत टैलेंटेड एक्टर्स भी हैं.
शालीन मल्होत्रा ने कही ये बात
करन शेरगिल की भूमिका निभा रहे शालीन मल्होत्रा ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि हमारे शो ने 50 एपिसोड पूरे कर लिए हैं. मुझे शूटिंग का पहला दिन अब भी याद है, मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि हम 50वें एपिसोड पर पहुंच गए हैं. ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है. मैं वर्कआउट और लाइफस्टाइल को लेकर ज्यादा अनुशासन में आ गया हूं और इस शो के बिना ऐसा नहीं होने वाला था. यह एहसास सपने जैसा है कि हमारे शो को इतना पसंद किया गया है. इस सफर के लिए मैं सभी का बहुत आभारी हूँ.”
डॉ. मोनामी की भूमिका निभा रहीं कावेरी प्रियम ने कहा, “यह गर्व करने का पल है कि ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ के 50 एपिसोड पूरे हो चुके हैं. यह बात ज्यादा खास इसलिए है, क्योंकि ऐसा त्यौहारों के शुभ अवसर पर हुआ है. मुझे खुशी है कि दर्शकों ने हमारे शो को बहुत पसंद किया है और वे दूसरों के साथ मेरे किरदार को भी प्यार दे रहे हैं. मुझे खुशी है कि इस यादगार पल को मैं पूरे कास्ट और क्रू के साथ जी रही हूं. ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ को इतना सफल बनाने के लिए इससे जुड़े हर इंसान ने बहुत मेहनत की है और उनके योगदान के बिना यह शो ऐसा नहीं रहता.”
सिड गंजू की भूमिका निभा रहे कुणाल करन कपूर ने कहा, “मैं बोलकर नहीं बता सकता कि ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ के 50 एपिसोड पूरे होने पर मैं कितना खुश हूं. मैं तो जल्दी ही 100 और फिर 200 एपिसोड का जादुई आंकड़ा छूने के इंतजार में हूं. यह दर्शकों के प्यार और समर्थन के कारण संभव हुआ है और इसलिए पहला शुक्रिया उन्हीं को जाता है और फिर शो के पूरे कास्ट और क्रू को, जिनके बिना यह शो संभव नहीं होता. यह जानकर सुखद एहसास होता है कि दर्शक आपके किरदार और कथानक से जुड़ रहे हैं. लोगों का मनोरंजन करने से ज्यादा संतोषजनक कुछ नहीं है और मुझे उम्मीद है कि ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ के साथ हम यह करते रहेंगे.