दिल्ली : साइबर जालसाज अब ठगी करने के लिए लिंक, मैसेज, कॉल, ओटीपी आदि का ही सहारा नहीं ले रहे हैं, बल्कि और भी नए तकनीक से जालसाजी कर रहे हैं। टेलीग्राम साइबर जालसाजों का नया ठिकाना बन गया है। यहां पार्ट टाइम नौकरी दिलाने से लेकर क्रिप्टो निवेश के नाम पर फ्रॉड हो रहा है। अब तो टेलीग्राम पर खुलेआम लोगों का डाटा बेचा जा रहा है।
टेलीग्राम पर टास्क देकर 29 लाख की ठगी
साइबर जालसाजों ने घर बैठे मोटी रकम कमाने का झांसा देकर आम्रपाली जोडिएक निवासी हिमांशु विज के साथ 29.59 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित हिमांशु ने पुलिस से शिकायत की है कि उनके पास कुछ दिन पहले अज्ञात नंबर से मैसेज आया था, जिसमें घर बैठे लाखों रुपये कमाने की बात कही गई थी। मैसेज में दिए गए नंबर पर जब हिमांशु ने बात की तो उन्हें इंस्टाग्राम पर पोस्ट और वीडियो लाइक करने का काम दिया गया। पहली बार में उन्हें 210 रुपये मिले। इसके बाद भी दो बार कुछ रकम पीड़ित के खाते में ट्रांसफर की गई। झांसे में पूरी तरह से लेने के बाद जालसाज ने पीड़ित को एक टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ा और प्रीपेड टास्क दिया। पहली बार में पांच हजार रुपये का पीड़ित ने निवेश किया। इसके बाद मुनाफा पाने के चक्कर में उन्होंने 29 लाख रुपये का निवेश कर दिया। अब जालसाजों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
60 प्रतिशत मुनाफा के नाम पर 8.5 लाख की जालसाजी
साइबर जालसाजों ने 60 फीसदी मुनाफा का लालच देकर एक युवक से 8.50 लाख रुपये की ठगी कर ली। सेक्टर- 2 निवासी वरुण खोसला ने शिकायत की है कि कुछ दिन पहले अंकिता नाम की महिला ने उनसे टेलीग्राम पर संपर्क किया। महिला ने झांसा दिया कि अगर वह टेलीग्राम की एक साइट पर निवेश करते हैं तो उन्हें 50 से 60 प्रतिशत अधिक रकम मिलेगी। महिला ने पहले पांच हजार रुपये निवेश कराए और उन्हें 60 फीसदी अधिक रकम लौटा दी। इसके बाद उन्होंने 8.50 लाख रुपये निवेश कर दिया लेकिन पैसे नहीं मिले।
आनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 1.56 करोड़ की ठगी
आनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर साइबर जालसाजों ने एक शख्स से 1.56 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। मामले में सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। पीड़ित प्रवाल चौधरी ने शिकायत की है कि कुछ महीने पहले कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया और आनलाइन ट्रेडिंग के लिए बात की। आरोपियों ने आरंभ में ट्रेडिंग में फायदा दिखाकर उन्हें अपने विश्वास में ले लिया। उनसे कई बार में अपने विभिन्न खातों में 1.56 करोड़ रुपये ट्रांजेक्शन करा लिए।
टेलीग्राम पर डाटा बेचने की शिकायतें
टेलीग्राम पर लोगों का प्राइवेट डाटा खुलेआम शेयर किया जा रहा है और वहां ग्रुप पर बोली लगाई जा रही है। साइबर जालसाज लोगों के डाटा खरीद रहे हैं और उनके खाते में सेंधमारी कर रहे हैं। यूपी साइबर क्राइम के एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह का कहना है कि इस तरह के गिरोह सक्रिय हैं और इनकी शिकायतें साइबर पुलिस को मिल रही हैं। पुलिस की टीम इसकी जांच कर रही है और सोर्स के बारे में पता लगा रही है। इन डेटा से लोग ऑनलाइन फ्रॉड, हैकिंग और अटैक का शिकार हो रहे हैं।
टेलीग्राम पर वीडियो ट्रेनिंग नया ट्रेंड
अब साइबर जालसाजों ने टेलीग्राम ग्रुप पर वीडियो ट्रेनिंग देने का नया ट्रेंड शुरू किया है। इसके तहत पहले किसी भी शख्स को टेलीग्राम पर जोड़ते हैं और क्रिप्टो निवेश सहित अन्य तरह से निवेश कराने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके बाद उसी टेलीग्राम ग्रुप पर उस विषय की वीडियो ट्रेनिंग देने लगते हैं ताकि सामने वाले शख्स को विश्वास हो जाए। इसके बाद जब पीड़ित विश्वास में आ जाता है तो साइबर ठगी शुरू हो जाती है।
- इस तरह की सबसे अधिक जालसाजी
- क्रिप्टो एक्सचेंज में निवेश कराने के नाम पर ठगी
- घर बैठे लाखों की कमाई का झांसा देकर फ्रॉड
- यूट्यूब वीडियो लाइक कराने का झांसा देकर ठगी
- शेयर मार्केट में लुभावने ऑफर के नाम पर जालसाजी।
- इंस्टाग्राम ग्रुप पर दोस्ती के बाद साइबर फ्रॉड।