नई दिल्ली l युद्ध में भारत से टकराने और देश को आंखें दिखाने वाले दुश्मनों के हौंसले को पस्त करने के लिए भारतीय सेना ने अपना दम दिखायाहै. भारत ने बुधवार को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इन तस्वीरों को देखने के बाद पलभर के लिएऐसा लगा कि मानो, हमारी सेना ने दुश्मन के जहाज को उड़ा दिया.
लेकिन ये असली हमला नहीं था. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए इंडियन एयरफोर्स ने नौसेना से डिकमीशन्डहो चुके जंगी जहाज पर यह मिसाइल दागी. इस मिसाइल ने पूरी तीव्रता और सटीकता के साथ टारगेट पर हमला किया और जिससेजहाज बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
सेना के अधिकारी ने बताया कि, बिना वारहेड वाली मिसाइल ने खाली पड़े जहाज को क्षतिग्रस्त कर दिया.यह मिसाइल लगभग 3000 किमी प्रति घंटे की गति से यात्रा करती है और वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा इसे रोकना मुश्किल है.अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर इस मिसाइल में वॉरहेड का इस्तेमाल किया जाता तो तबाही की तस्वीर और भयानक हो सकती थी.
इससे पहले 5 मार्च को भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एडवांस वर्जन का सफलतापूर्वक परीक्षण था. मिसाइल के एडवांस वर्जन की सीमा बढ़ाकर 350 किमी तक कर दी गई है, जबकि बेसिक वर्जन की लिमिट 290 किमीथी. बता दें कि ब्रह्मोस एयरोस्पेस, भारत-रूस का संयुक्त प्रयास है, जो सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करता है जिन्हें पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है. ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 मैक या ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना की गति से उड़ान भरती है.