नई दिल्ली : शुक्रवार को शेयर बाजार में इस कैलेंडर वर्ष की सबसे बड़ी रैली देखने को मिली। इससे पिछले हफ्ते के कुछ नुकसान की भरपाई करने में मदद मिली और 3 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान बाजार आधा फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुआ। शुरुआत में बाजार पर महंगाई के चलते अमेरिकी फेडरल रिजर्व (फेड) की पॉलिसी में सख्ती की आशंका और आर्थिक मंदी की चिंताओं का असर नजर आया। हालांकि, सप्ताह के आखिर में फेड के अधिकारियों के ब्याज दर में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी को समर्थन की खबर से तेजड़िये जोश में आ गए।
सप्ताह के दौरान निफ्टी50 (Nifty50) 129 अंक मजबूत होकर 17,594 पर और सेंसेक्स 345 अंक बढ़कर 59,809 पर पहुंच गया।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा ने कहा, “बैंकिंग और फाइनेंशियल्स स्टॉक्स का प्रदर्शन अच्छा रहा। हालांकि, बाजार की रिकवरी को मजबूत देने के लिए आईटी, ऑटो और एनर्जी जैसे सेक्टर्स की रैली में भागीदारी समान रूप से अहम है।” मिश्रा का अगले हफ्ते उतार-चढ़ाव खासा ज्यादा बना रहने की उम्मीद है। होली के चलते 7 मार्च को बाजार बंद रहेगा।
फेड चेयर पॉवेल का बयान
फेडरल रिजर्व के चेयर जीरोम पॉवेल (Jerome Powell) सीनेट की बैंकिंग कमेटी के सामने इकोनॉमिक आउटलुक और मॉनेट्री पॉलिसी से जुड़े कदमों के बारे में बताएंगे। साथ ही सेंट्रल बैंक की सेमी एनुअल मॉनेट्री पॉलिसी रिपोर्ट पेश करेंगे। 8 मार्च को पॉवेल इसी मुद्दे पर हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी के सामने बयान देंगे। पॉवेल की भाषा आक्रामक रहने की संभावना है। फेड महंगाई को 2 फीसदी के स्तर पर नीचे लाने के लिए प्रतिबद्ध है। फरवरी में हुई पिछली पॉलिसी मीटिंग में अमेरिकी सेंट्रल बैंकर ने फेड फंड्स रेट की टारगेट रेंज 25 बीपीएस बढ़ाकर 4.5-4.75 फीसदी कर दी थी। अगली पॉलिसी मीटिंग 21 और 22 मार्च को होनी है।
ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा प्वाइंट्स
अगले हफ्ते बैंक ऑफ जापान का इंटरेस्ट रेट से जुड़ा फैसला, चीन के फरवरी के व्हीकल सेल्स के आंकड़े और जनवरी के यूएस फैक्टरी के आंकड़े सहित कई ग्लोबल डेटा सामने आने हैं…
घरेलू इकोनॉमिक डेटा प्वाइंट्स
10 मार्च को जनवरी को इंडस्ट्रियल और मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्शन के आंकड़े जारी होंगे। वहीं, 24 फरवरी को समाप्त पखवाड़े का बैंक डिपॉजिट और लोन ग्रोथ का डेटा भी इसी दिन जारी होगा। 10 मार्च को ही 3 मार्च को समाप्त सप्ताह का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व्स का डेटा भी घोषित होगा।
रुपये की चाल
इक्विटी मार्केट में रैली, एफआईआई इनफ्लो, सर्विसेज पीएमआई डेटा में मजबूती और तेल की कीमतों के एक रेंज में रहने से सप्ताह के दौरान रुपया 78 पैसा मजबूत होकर डॉलर की तुलना में 81.97 के स्तर पर पहंच गया। यह जनवरी के मध्य से सबसे अच्छी साप्ताहिक तेजी रही।
शेयरखान बाई बीएनपी पारिबास के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी ने कहा, “वैश्विक रिस्क सेंटीमेंट में सुधार और नए एफआईआई इनफ्लो के चलते रुपये के कुछ पॉजिटिव रहने की उम्मीद है। तेल की कीमतों में कमजोरी से भी घरेलू करेंसी को सपोर्ट मिल सकता है।”
एफआईआई फ्लो
पिछले सप्ताह के आखिर में नए सिरे से खरीदारी में दिलचस्पी, मोटे तौर पर बड़े सौदों के जरिये अदाणी समूह के शेयरों में प्रवाह के कारण मार्केट सेंटीमेंट को समर्थन मिला। हालांकि, यह देखने की जरूरत है कि क्या यह बरकरार रहेगा। दरअसल, विशेषज्ञों को उम्मीद है कि एफआईआई फ्लो में अस्थिरता तब तक जारी रहेगी जब तक यूएस फेड की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर रोक लगने के स्पष्ट संकेत नहीं मिलते।
एफआईआई ने सप्ताह के दौरान कुल 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया, जिसकी मुख्य वजह गुरुवार को 12,700 करोड़ रुपये की खरीदारी रही।
अदाणी ग्रुप के शेयर
Adani group stocks : हाल में प्रमोटर्स ने Adani Enterprises, Adani Ports, Adani Green Energy और Adani Transmission की हिस्सेदारी जीक्यूजी पार्टनर्स को बेचकर पंजी जुटाई है। हालांकि, सप्ताह के आखिर में अदाणी के शेयरों में रैली आने के बाद बाजार की नजर इस ग्रुप के शेयरों पर रहेगी।
टेक्निकल व्यू
निफ्टी50 पिछले शुक्रवार को आठ सेशन में पहली बार अपने 17,582 के 200-डे ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर बंद हुआ। साथ ही डेली चार्ट पर एक लॉन्ग, बुलिश कैंडिलस्टिक पैटर्न बनाया।
मिश्रा ने कहा, “भले ही इंडेक्स पर कुछ दबाव कम हुआ, लेकिन निफ्टी के लिए आगे कई बाधाएं हैं। हाल में इसने लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज (200-day EMA) का रेजिस्टैंस जोन पार किया है। अब आगे बढ़ने के लिए स्थायित्व अहम है और अगली बड़ी बाधा 18,000 का लेवल है।”
एफएंडओ संकेत
वीकली ऑप्शंस डेटा से संकेत मिलते हैं कि अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट 18,000 के स्ट्राइक पर थे। उसके बाद 17,900 और फिर 17,700 के स्ट्राइक पर इंटरेस्ट था। वहीं, अधिकतम पुट ओआई 17,500 स्ट्राइक पर, उसके बाद 17,000 और फिर 17,400 पर था।
एक एक्सपर्ट ने कहा कि यदि डेरिवेटिव डेटा पर नजर डालें तो पुट-कॉल रेश्यो 1.17 है और इंडेक्स फ्यूचर्स पर एफआईआई का शॉर्ट एक्सपोजर 23 फीसदी है। इसलिए, शॉर्ट कवरिंग के लिए खासी संभावनाएं हैं।
इंडिया विक्स
पिछले कुछ सेशन में उतार-चढ़ाव खासा कम हुआ है। इंडिया विक्स 14.18 से घटकर 12.18 पर आ गया, जो साप्ताहिक आधार पर 14 फीसदी कम है। एक्सपर्ट्स ने कहा कि अगर इंडिया विक्स आगे गिरता है या इन स्तरों के आसपास टिका रहा है तो इससे तेजड़िये चैन की सांस ले सकते हैं।
कॉर्पोरेट एक्शन
हिंदुजा ग्लोबल सॉल्युशंस और मैरिको इस सप्ताह एक्स डिविडेंड हो जाएंगी, वहीं केपी एनर्जी और Rhetan TMT में एक्स-स्प्लिट ट्रेडिंग होने लगेगी।