संदीप पंडा
आज भोजपुरी फिल्म इण्डस्ट्रीज को देश से विदेश तक हर कोई जानता है. इसका खासा असर बिहार, उत्तर प्रदेश एवं उनकी सीमाओं से लगे हुए क्षेत्रों में दिखता है जहां शादी विवाह, जन्मदिन आदि में इन भोजपुरी गानों को दिल खोल बजाया जाता है। हम बात करें तो भोजपुरी स्टार रवि किशन, मनोज तिवारी, दिनेश लाल निरहुआ की जिन्होंने जीतोड मेहनत करके अपने अभिनय की रूचि दिखाकर भोजपुरी फिल्म इण्डस्ट्रीज जिसे कुछ सालों पहले कोई भी नहीं जानता था उसे जमीं से उठाकर आसमां तक पहुंचाया और दर्शकों ने भोजपुरी फिल्मों की स्टोरी एवं उनके अभिनय को स्वीकार किया और दिल खोलकर प्यार लुटाया और उन्हें सुपर स्टार बनाया। लेकिन आज भोजपुरी फिल्म इण्डस्ट्रीज में अपना सिक्का जमा रहे नये स्टार, राइटर और सिंगर जो कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की होड में अश्लीलता से परोस रहें है, जिनके गाने एवं अभिनय भोजपुरी फिल्म इण्डस्ट्री को गन्दा-मैला कर रहें है.
आजकल यू ट्यूब में एक गाना सुपर वायरल हो रहा है जिसके शुरूआत.. देवरा ढोढी चटना बा ..से होती है यदि आप बिहार या फिर उत्तर प्रदेश के होंगे तो शायद आपको ढोढी का मतलब बताने की जरूरत नहीं होगी. इस गाने में राइटर सिंगर और कलाकारों ने अश्लीलता की ऐसी हदें पार की है. जिसे हम इस लेख के जरिये बयां नहीं कर सकते हैं, इससे पहले भी बीच-बीच में भोजपुरी गानों को लेकर सवाल उठते रहें है, परन्तु ऐसी गन्दगी आज तक नहीं देखी गई इस गाने में भाभी और देवर के पवित्र रिश्तों को ऐसे फिल्माया गया है जिससे इस रिश्ते की पवित्रता तार तार कर दी गई है. जिसकी कोई हद नहीं, हालांकि ऐसे गाने बनकर तैयार हो जाते है और यू्ट्यूब पर सुपर वायरल हो जाते है पर सरकार क्या करती है? इनको केंद्रीय फिल्म प्रमाणन एवं सेंसर बोर्ड हरी झंडी कैसे दे देता है. आज सोशल मीडिया पर कोई सरकार के खिलाफ एक कमेंट कर देता है तो मानों भूचाल सा आ जाता है उसे 24 घंटों में गिरफ्तार कर लिया जाता है लेकिन ऐसा गाना सुपर वायरल हो जाता है और सरकार सोती रहती है, ऐसे गानों पर कार्यवाही क्यों नहीं होती है. जिससे अपनी भोजपुरी संस्कृति अपना अस्तित्व खोती जा रही है,
इस गाने को लेकर कुछ पत्रकारों एवं यू-ट्यूबर ने श्याम सैम जिन्होंने इस गाने को बोल दिये थे, उनसे सवाल किये गये तो उनका जवाब सुनकर बढ़ी हैरानी सी हुई उन्होंने सवाल का जवाब देते हुए कहा यदि पब्लिक की मांग है तो हमें ऐसे गाने लिखने होंगे जो पब्लिक को पसंद है वही आज लिखा एवं फिल्माया जा रहा है. गाना सुनने एवं देखने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जा रहा है. इसमें देखना या सुनना आप पर निर्भर करता है यदि इसमें अश्लीलता है तो वह सुपरहिट ना होता, इसी को लेकर सिंगर चंदन चंचल के पिता एवं उनकी भाभी से चर्चा की गई तो उन्होंने भी इस गाने को अश्लील एवं भोजपुरी इण्डस्ट्रीज को बदनाम करने वाला करार दिया. आज भोजपुरी के उन कलाकारों, राईटरों, सिंगरों से सवाल है कि क्या इससे ऊपर उठकर भोजपुरी इण्डस्ट्रीज पर चार चांद नहीं लगाये जा सकते है, जैसे हम साउथ की फिल्मों में देखते है।
हमें जरूरत है,भोजपुरी इण्डस्ट्रीज की छवि सुधारने की और ऐसे अश्लीलता गानों पर रोक लगाने की, नहीं तो भोजपुरी इण्डस्ट्रीज वह गुमनाम इण्डस्ट्रीज कहलायेगी जिसे रवि किशन, निरहुआ जैसे कलाकारों ने अपनी कड़ी मेहनत से इतनी ऊंचाईयों तक पहुंचाया है. ऐसे में युवा छात्र छात्राओं, महिलाओं सभी को एक साथ आगे आना चाहिए एवं सोशल मीडिया के जरिये एवं सडक़ों पर उतरकर इसका विरोध करना चाहिए, जिससे हमारी संस्कृति अपना अस्तित्व ना खो पाये।