नई दिल्ली ,09 जुलाई । अगर आप अक्सर ट्रेन में सफर करते रहते हैं, तो आपके लिए एक जरूरी खबर है। कई बार ऐसा होता है कि मुसाफिर को ट्रेन में पसंद की सीट नहीं मिलती। ऐसे में मिडिल बर्थ वालों को ज्यादा परेशानी होती है, लेकिन आपको बता दें कि भारतीय रेलवे के बर्थ से जुड़े कुछ नियम मौजूद हैं। अगर आप इन्हें जानते हैं, तो आपको सफर करते समय किसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। मिडिल बर्थ वाले मुसाफिरों को इस परेशानी का सामना करना पड़ता है कि लोअर बर्थ वाले व्यक्ति बहुत देर तक रात तक बैठे रहते हैं। इससे मिडिल बर्थ वालों को बहुत दिक्कत होती है।
वहीं, ऐसा भी देखा जाता है कि मिडिल बर्थ वाले मुसाफिर ट्रेन चलते ही उसे खोल लेते हैं। इसकी वजह से लोअर बर्थ वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन, इसे लेकर भारतीय रेलवे के कुछ नियम हैं, जिनके बारे में जानकारी होने पर व्यक्ति को किसी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा।
भारतीय रेलवे के नियम के मुताबिक, आपको बता दें कि मिडिल बर्थ पर सफर कर रहा व्यक्ति अपनी बर्थ पर सिर्फ रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो सकता है। इसका मतलब है कि आप चाहें तो मिडिल बर्थ वाले व्यक्ति को रात 10 बजे से पहले उसकी बर्थ खोलने से रोक सकते हैं। वहीं, नियम में कहा गया है कि मिडिल बर्थ वाले व्यक्ति को सुबह 6 बजे के बाद बर्थ को नीचे कर देना होगा, जिससे लोअर बर्थ पर बैठा जा सके।
दूसरी तरफ, अगर लोअर बर्थ वाले देर रात तक अपनी सीठ पर बैठे हैं, जिससे मिडिल बर्थ वालों को परेशानी हो रही है, तो मिडिल बर्थ वाला व्यक्ति उन्हें 10 बजे उठा सकते हैं।
वहीं, भारतीय रेलवे का एक और अहम नियम है, जिसकी मुसाफिरों को जानकारी होनी चाहिए। आपको बता दें कि ट्रैवल टिकट एग्जामिनर यानी टीटीई सिर्फ रात 10 बजे तक ही आपकी टिकट चेक कर सकता है। रात 10 बजे के बाद वह आपकी टिकट चेक करने नहीं आ सकता। रेलवे के नियम के मुताबिक, टीटीई को सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक ही टिकट चेक करने की इजाजत दी गई है। यह नियम इसलिए बनाया गया है, जिससे मुसाफिर रात को सोते समय परेशान न हो।