चन्दन कुमार
नई दिल्ली: 25 सितंबर, 2024 को भारत अंत्योदय दिवस मनाएगा, जो कि भारत के पूज्य नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला वार्षिक श्रद्धांजलि दिवस है। यह विशेष दिन भारतीय राजनीति में उनकी स्थायी विरासत और योगदान का सम्मान करने के लिए समर्पित है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक विपुल लेखक और विचारक थे। उन्होंने राजनीति, अर्थशास्त्र और धर्म सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार से लिखा। उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति उनकी पुस्तक “एकात्म मानववाद” है, जो सत्य, न्याय और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित समाज के उनके दर्शन को रेखांकित करती है। उपाध्याय जी की विरासत महत्वपूर्ण है। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक हैं। उनका अंत्योदय का दर्शन, जिसका अर्थ है “अंतिम व्यक्ति का उत्थान”, भाजपा के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत रहा है ।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि समाज के सबसे गरीब और हाशिए पर पड़े लोगों को विकास कार्यक्रमों का सबसे पहले लाभ मिलना चाहिए। यह दर्शन भाजपा के गरीबी उन्मूलन और सामाजिक कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने में परिलक्षित होता है। दीनदयाल जी और उनकी आर्थिक नीतियों ने हमेशा गरीबों की भलाई पर जोर देने की बात की है। उनके आर्थिक विचार में पंक्ति के अंतिम पड़ाव पर खड़ा व्यक्ति शामिल रहा है। उन्होंने कहा था, ‘आर्थिक नीति निर्धारण और प्रगति की सफलता का पैमाना यह नहीं है कि समाज के सबसे शीर्ष पर मौजूद व्यक्ति को उससे कितना फायदा मिल रहा है बल्कि यह है कि समाज पर जो लोग सबसे नीचे हैं उन्हें उन नीतियों का कितना फायदा मिला है।’ अंत्योदय का मतलब समाज के सबसे निचले स्तर पर मौजूद व्यक्ति का कल्याण है। उन्होंने यह भी कहा था, ‘यह हमारी सोच और हमारे सिद्धांत हैं कि ये गरीब और अशिक्षित लोग हमारे ईश्वर हैं, यही हमारा सामाजिक और मानवीय धर्म है।‘
उनके इसी अंत्योदय के विचार से प्रेरित होकर केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मौजूद एनडीए सरकार और तमाम प्रदेशों में शासन करने वाली भाजपा सरकारें अंत्योदय के रास्ते पर बढ़ने की ओर अग्रसर हैं तथा गरीब, ग्रामीण एवं किसानों के लिए और समाज के सबसे शोषित वर्ग से आने वाले युवाओं और महिलाओं के कल्याण की ओर प्रतिबद्ध हैं।
दीनद्याल जी के सम्मान मे कई योजनाओ को सफलता पूर्वक केंद्र सरकार चला भी रही है, जैसे- 1. दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) पूरे ग्रामीण भारत को निरंतर बिजली की आपूर्ति प्रदान करने के लिए बनाया गया है।
2. अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के तहत सभी लाभार्थियों को विशेष अंत्योदय राशन कार्ड मिलते हैं। इन कार्डों के ज़रिए वे हर महीने 35 किलो राशन खरीद सकते हैं, जिसमें 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल शामिल है। लाभार्थी ₹2 प्रति किलो गेहूं और ₹3 प्रति किलो चावल खरीद सकते हैं। यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए है जो बहुत गरीब हैं या जिनके पास आय का कोई स्थिर स्रोत नहीं है।
इसबार देखना ये होगा कि सरकार अन्तोदया दिवस के उपलक्ष्य मे कौन सा थीम या योजना निकालती है? जिससे समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को लाभ पहुँच सके ! आइए अंत्योदय के आदर्शों पर विचार करें, समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान पर जोर दें और एक सामंजस्यपूर्ण और समावेशी राष्ट्र के लिए उपाध्यायजी के दृष्टिकोण से प्रेरणा लें।