नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश के दौरे के दौरान आज (शनिवार, 09 मार्च को) चीन-भारत की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर दुनिया के सबसे लंबे टू-लेन सेला टनल (सुरंग) का उद्घाटन किया है। लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी का बड़ा मास्टरस्ट्रोक है। करीब 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी सेला सुरंग परियोजना एक इंजीनियरिंग चमत्कार है। यह सुरंग 13000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यह सुरंग पश्चिमी कामिंग और तवांग को जोड़ेगी। पहले सेला दर्रे से होकर तवांग जाना पड़ता था। सर्दियों में दर्रे में बर्फ जम जाने के कारण रास्ता बंद हो जाता था।
सेला सुरंग की खूबियां क्या?
इस सुरंग के दो हिस्से हैं, जिसकी लंबाई क्रमश: 1595 मीटर और 1003 मीटर है। इस परियोजना में 8.6 किसोमीटर लंबी दो सड़कें भी शामिल हैं। इस सुंरग में प्रतिदिन 3000 कारे और 2000 ट्रकों की आवाजाही हो सकेगी। गाड़ियां अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी। इससे सेना को तवांग पहुंचने में 10 किलोमीटर कम की दूरी तय करनी पड़ेगी।
यह अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारद्वार-तवांग रोड पर सेला दर्रे के पार तवांग तक सभी मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। सीमा सड़क संगठन ने इसका निर्माण नई ऑस्ट्रियाई टनलिंग पद्धति का उपयोग करके किया है। इसमें उच्चतम मानकों की सुरक्षा विशेषताएं शामिल हैं। इस सुरंग के चालू हो जाने से अब तेजपुर से तवांग के बीच की दूरी एक घंटे कम हो जाएगी। इस सुरंग की आधारशिला प्रधानमंत्री ने फरवरी 2019 में रखी थी।
चीन में क्यों खलबली
यह परियोजना न केवल क्षेत्र में तेज और अधिक कुशल परिवहन मार्ग उपलब्ध कराएगी बल्कि देश को रणनीतिक मजबूती भी देने वाली है। अब सेना की गाड़ियां सभी मौसम में बेरोकटोक LAC तक पहुंच सकेंगी और चीन की सीमा पर तैनात सैनिकों को रक्षा उपकरण, रसद, हथियार, मशीनरी उपलब्ध हो सकेगा। पूर्वी हिस्से में भारतीय सेना की मजबूती से चीन में खलबली है।
दरअसल, चीन लंबे समय से तवांग से भारतीय सेना की गाड़ियों की मूवमेंट पर नजर रखता था। अब इस सुरंग के बन जाने से भारतीय सेना की गाड़ियों पर से चीनी निगरानी बंद हो जाएगी और भारतीय सेना की गाड़ियां ड्रैगन के रडार से बाहर हो जाएंगी। चीन को भारतीय सेना की मूवमेंट और सैन्य तैनाती का पता नहीं चल सकेगा। चीन लंबे समय से इस इलाके में ऊंचे इलाके से निगरानी करता रहा है।