नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत आ रहे हैं. अगर पिछले 10 साल के दौरान पुतिन के भारत दौरे का पैटर्न देखा जाए, तो ये हमेशा साल के अंत में ही भारत आए हैं. जानते हैं आखिर इसकी वजह क्या है.
भारत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौरे को लेकर तैयारियां की जा रही है. रूसी सेना की एक टीम कई दिन पहले यहां पहुंच चुकी है और सुरक्षा इंतजाम का जायजा ले रही है. पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत आने वाले हैं.
अब तक 10 बार भारत का दौरा कर चुके हैं पुतिन
अगर पुतिन के पिछले भारत दौरे की हिस्ट्री देखी जाए, तो वो अक्सर दिसंबर में ही भारत आते हैं. पुतिन अब तक 10 बार भारत के दौरे पर आ चुके हैं. पहली बार वो अक्टूबर 2000 को भारत दौरे पर आए थे. तब दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी.
इस वजह से दिसंबर में भारत आते हैं पुतिन
इसके बाद से दिसंबर 2002, दिसंबर 2004, जनवरी 2007, मार्च 2010, दिसंबर 2012, दिसंबर 2014, अक्टूबर 2018 और दिसंबर 2021 में भारत का दौरा कर चुके हैं. कुछ एक मौके को छोड़ दें तो वो अक्सर दिसंबर में ही भारत आए हैं. इसकी वजह ये है कि भारत और रूस का वार्षिक शिखर सम्मेलन दिसंबर में ही आयोजित होता है.
एनुअल समिट के अलावा भी पुतिन आए हैं भारत
रूस के राष्ट्रपति के तौर पर वो हमेशा शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने ही भारत पहुंचे हैं. सिर्फ मार्च 2010 में रूस के प्रधानमंत्री के तौर पर भी भारत आए थे. उस वक्त वो एक ऑफिशियल दौरे पर थे. पुतिन के भारत दौरे के लिए दिसंबर के महीने के चयन के पीछे सिर्फ भारत-रूस एनुअल समिट की तारीख ही वजह है.
वैसे भी दिसंबर में भारत में काफी सर्दी रहती है. तापमान काफी नीचे आ जाता है. ऐसे में यह समय रूस जैसे ठंडे देश के ऑफिशियल दौरे के लिए मुफीद होता है.







