प्रकाश मेहरा
मथुरा: ब्रजभूमि मथुरा में कालिंदी (यमुना) नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। ताजेवाला और ओखला बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदी खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जिससे आसपास के गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
डूबे घर और मंदिर, गांवों का टूटा संपर्क
बाढ़ का पानी कई निचले इलाकों में घुस गया है। यमुना किनारे बसे कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। लोग घरों की छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं। सड़कों का संपर्क टूट चुका है, और कई धार्मिक स्थल जैसे पुराने मंदिर भी जलमग्न हो गए हैं।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, कृष्ण जन्मभूमि क्षेत्र के आसपास और यमुना किनारे के इलाके जलभराव से बुरी तरह प्रभावित हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टीमर और नावों के जरिए राहत व बचाव कार्य किए जा रहे हैं। जलमग्न इलाकों में घर और मंदिर स्टीमर से देखे जा सकते हैं, जो बाढ़ की भयावहता को दर्शाते हैं।
प्रशासन अलर्ट, राहत कार्य जारी
जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में लगी हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है और अस्थायी राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है। प्रशासन द्वारा ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और अनावश्यक रूप से जलमग्न इलाकों में न जाएं।
मथुरा प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया “स्थिति गंभीर है, लेकिन नियंत्रण में है। लगातार निगरानी की जा रही है और सभी जरूरी संसाधन तैनात हैं।”
प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और संचार बाधित
बाढ़ के कारण कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति और मोबाइल नेटवर्क भी प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों को पीने के पानी और भोजन की समस्या हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी संभावित जलजनित रोगों से निपटने के लिए सतर्क हैं।
यमुना के रौद्र रूप की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
पत्रकार प्रकाश मेहरा ने यमुना के रौद्र रूप को ग्राउंड रिपोर्ट के माध्यम से सामने लाया है। उन्होंने स्टीमर के जरिए उन इलाकों की लाइव झलक दी, जहां घर और मंदिर पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं। यह रिपोर्ट ब्रज क्षेत्र में आई आपदा की भयावहता को दर्शाती है।
सरकार से मांग… घोषित की जाए राष्ट्रीय आपदा
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि मथुरा की इस स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए और प्रभावित परिवारों को त्वरित आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।