देहरादून। प्रधानाध्यापक प्राथमिक, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक और प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक के पद सहायक अध्यापकों के पदोन्नति और जनपद संवर्ग के हैं। इस पर गैरजनपद से आए शिक्षकों की तैनाती पूरी तरह नियमावली का उल्लंघन है। अगर इस पर रोक नहीं लगी तो शिक्षक आंदोलन करेंगे। मंगलवार को राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की आनलाइन बैठक में ये निर्णय लिया गया। संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रावत ने कहा कि राजकीय प्रारम्भिक शिक्षकों की सेवानियमावली में सभी पदोन्नत पदों पर किसी अन्य जनपदों से अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण न किये जाने का स्पष्ट प्रावधान है।
लेकिन डीजी एजुकेशन ने प्रधानाध्यापक प्राथमिक के 90 रिक्त पदों पर जनपद के सहायक अध्यापकों को पदोन्न्त करने के बजाए दूसरे जनपदों से आए शिक्षकों को इस पर तैनाती के आदेश किए हैं। जो पूरी तरह गलत हैं। संघ इसका विरोध करता है। इससे 20 से 25 साल तक पदोन्नति की राह देख रहे शिक्षकों को फिर पदोन्नति से वंचित होना पड़ेगा। जिले में 2003 से अब तक पदोन्नतियों का इंतजार कर रहे शिक्षकों व अन्य शिक्षकों में इससे भारी रोष है। संघ के जिलामंत्री विनोद लखेड़ा ने कहा तत्काल ये आदेश वापस हों और पदोन्नतियां की जाएं। जिला कोषाध्यक्ष गंभीर रावत ने कहा कि अगर ये आदेश जल्द वापस ना लिया गया तो शिक्षक आंदोलन को तैयार हैं।