वैल्यूएशन गुरु कहे जाने वाले अश्वथ दामोदरन (Aswath Damodaran) का कहना है कि पूरा अदाणी ग्रुप (Adani Group) और खासतौर से अदाणी एंटरप्राइजेज के कर्ज का स्तर काफी अधिक है। कर्ज के इस ऊंचे स्तर ने ग्रुप को लाभ से ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। दामोदरन, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में फाइनेंस के प्रोफेसर हैं। उन्होंने सोमवार 27 फरवरी को एक ब्लॉग पोस्ट में ये बातें कहीं। दामोदरन की यह टिप्पणी ऐसे समय में आया है, जब एक अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म की रिपोर्ट के बाद से अदाणी ग्रुप विवादों का सामना कर रहा है।
दामोदरन ने कहा, “पूरे अदाणी ग्रुप पर सामान्यत: जितना कर्ज होना चाहिए, उसका तीन गुना है। यह इस बात की पुष्टि करता है कि समूह पर बहुत अधिक कर्ज है। हालांकि यहां ये ध्यान देना चाहिए ये एक कारोबार करने का एक खराब तरीका है, न कि फ्रॉड।”
उन्होंने कहा, “असल में, जैसा आप कॉस्ट ऑफ कैपिटल के ग्राफ से देख सकते हैं कि कर्ज के इस्तेमाल से अदाणी ग्रुप की वैल्यू में थोड़ा ही सही, लेकिन लाभ मिला है।”
हिंडनबर्ग रिसर्च ने बीते 24 जनवरी को जारी एक रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप के कर्ज के स्तर पर चिंता जताई थी। साथ ही उस पर शेयरों में हेरफेर की कोशिश का आरोप भी लगाया था। अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। हालांकि वह निवेशकों का भरोसा जीतने में विफल रहा। अदाणी ग्रुप की कंपनियों के मार्केट वैल्यू में उनके शिखर से करीब 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट आ चुकी है।
अदाणी ग्रुप ने कई मौकों पर यह जोर देकर कहा कि उसके कर्ज संभालने की स्थिति में है। साथ ही उसने अपने कुछ लोन का समय से पहले भुगतान भी शुरू किया है। हालांकि दामोदरन ने अपने असेसमेंट में कहा कि ग्रुप की सबसे प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज पर 41,344.3 करोड़ रुपये का है, जो उसके 18,530.9 करोड़ रुपये के ऑप्टिमल कर्ज का करीब दोगुना है।
उन्होंने कहा, “ग्रुप के कर्ज के भार को कम करने से न केवल इसके धराशायी होने का जोखिम कम होगा, बल्कि इसकी कॉस्ट ऑफ कैपिटल भी कम होगी।” इस बीच अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर आज 28 फरवरी को एनएसई पर 14.90% की भारी तेजी के साथ 1,371.35 रुपये के भाव पर बंद हुए। हालांकि इसके बावजूद यह शेयर अभी भी 52 हफ्तों के शिखर से करीब दो तिहाई नीचे भाव पर कारोबार कर रहा है।