मॉस्को l यूक्रेन से युद्ध करने पर यूरोपीय देशों ने रूस पर कुछ प्रतिबंध लगाए. इससे नाराज रूस ने सख्त कदम उठाते हुए फ्रेंच गुएना से अंतरिक्ष संबंधी सभी कार्यक्रमों को रोक दिया है. कोरोऊ कॉस्मोड्रोम (से लॉन्च रोक दिए गए हैं. सभी तकनीकी कर्मचारियों और इंजीनियरों को वापस बुला लिया गया है.
रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस (ROSCOSMOS) के प्रमुख डिमित्री रोगोजिन ने कहा कि हमारे ऊपर लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से हम यूरोपीय साझेदारों के साथ अपने सारे स्पेस कार्यक्रम रोक रहे हैं. कोरोऊ कॉस्मोड्रोम से अब कोई लॉन्चिंग नहीं होगी. न ही फ्रेंच गुएना में कोई तकनीकी कर्मचारी रहेगा.
डिमित्री ने कहा कि रूस फ्रेंच गुएना से सारे स्पेस लॉन्चिंग रद्द कर रहा है. अपने सारे कर्मचारियों को वापस बुला रहा है. इससे पहले भी स्पेस स्टेशन को लेकर अमेरिका और रूस में तनातनी और बयानबाजी हो चुकी है. NASA ने एक दिन पहले ही कहा था कि वह स्पेस स्टेशन और ऑर्बिटल लॉन्च को लेकर रूस के साथ काम करता रहेगा. इससे पहले डिमित्री रोगोजिन ने कई ट्वीट करके अमेरिका से कहा कि यदि आप ISS पर हमारा सहयोग बंद करेंगे तो फिर स्पेस स्टेशन को अनियंत्रित होने और अमेरिका या यूरोप पर कहीं गिरने से कौन बचाएगा.
डिमित्री ने कहा था कि ये भी आशंका है कि ये 500 टन का ढांचा भारत या चीन पर गिर जाए. क्या आप उनको इस तरह से डराना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि आईएसएस रूस के ऊपर से नहीं उड़ता इसलिए जोखिम पूरी तरह आपका है. क्या आप उसे उठाने को तैयार हैं. डिमित्री के ऑनलाइन भावनाओं के बाद नासा ने यह बयान दिया कि अमेरिका और रूस के रिश्ते स्पेस स्टेशन को लेकर खराब नहीं हो रहे हैं. वो मिलकर काम करेंगे.
वहाइट हाउस के अनुसार रूस के स्पेस प्रोग्राम पर सीधे तौर पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. लेकिन कुछ बेहद संवेदनशील तकनीकों को रूस एक्सपोर्ट करने से रोक दिया गया है. इन तकनीकों का उपयोग स्पेस इंडस्ट्री में किया जाता है. अमेरिका ने रूस के खिलाफ सेमीकंडक्टर्स, टेलिकम्यूनिकेशन, एनक्रिप्शन सिक्योरिटी, लेजर्स, सेंसर्स, नेविगेशन, एवियोनिक्स और मैरीटाइम तकनीकों के निर्यात पर बैन लगा दिया है.