साल 2019 का और दिन 5 अगस्त, जब कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का ऐलान हुआ और पाकिस्तान बिलबिला उठा, लेकिन इस फैसले के साथ ही हिंदुस्तान ने ये भी तय कर लिया था कि अब दशकों से पाकिस्तान की बेडियों में जकड़ा POK हिंदुस्तान का मुकुट बनेगा. 370 हटने के तीन साल बाद अब हिदुस्तान की फौज इसके लिए तैयार हो चुकी है. और भारतीय सेना ने बाकायदा इसका ऐलान भी कर दिया है. ये समझिए हमारी इस रिपोर्ट से
51 साल बाद एक बार फिर पाकिस्तान का नक्शा बदलने वाला है…जिस PoK पर पाकिस्तान ने जबरन कब्जा कर रखा है, उसी पाक अधिकृत कश्मीर में अब तिरंगा लहराने वाला है. क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी का अगला प्रोजेक्ट PoK ही है.और इस प्रोजेक्ट को अंजाम में लाने के लिए. पूरी स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है. अटैक प्लान का ब्लूप्रिंट तैयार है. इंतजार है तो सिर्फ एक ऑर्डर का और इंतेजार है तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक इशारे का. उत्तरी कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के इस बयान ने पूरे पाकिस्तान में खलबली मचा दी. रावलपिंडी से इस्लामाबाद तक हड़कंप मच गया. क्योंकि भारतीय सेना की तरफ से PoK को लेकर ये बयान उस वक्त आया है…जब पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात है…बाजवा की विदाई होने वाली है और इमरान ने शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी फौज के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है…उस PoK पर हिंदुस्तान की तरफ से आए आक्रामक बयान ने…शहबाज शरीफ को चकरघिन्नी बना दिया है. इतना ही नहीं अपनी ही सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाली सरदर्द बनी इमरान की PTI और उसके नुमाइंदे जनरल द्विवेदी के इस बयान पर आंखें तरेर रहें हैं.
समझिए कि जिन्हें धक्के मार कर सत्ता से बेदखल किया गया…जिन्हें अपने ही मुल्क में सरेआम दुत्कारा गया…वो हिंदुस्तान के खात्मे की बात कर रहे हैं…सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पंच लाइन लिख रहे हैं…लेकिन सच तो ये है कि PoK को लेकर हिंदुस्तान का जो स्टैंड है…जो एक्शन प्लान है…उसे देख पाकिस्तान सरकार…पाकिस्तानी फौज…पाकिस्तानी अवाम…यहां तक कि पाकिस्तान का विपक्ष भी सदमे में है…खौफ और दहशत में है…भारत ने पाकिस्तान को जो आखिरी पैगाम दिया है…उसका सीधा और साफ संदेश ये है कि वक्त रहते पीओके (PoK) से निकल जाओ. धोखे और फरेब से भारत की जमीन पर जो कब्जा कर रखा है उसे हटा लो अपना हक लेना हिंदुस्तान को बखूबी पता है.
पाक में 1971 के बंटवारे का छाया डर
पाकिस्तान में हाल ही में सियासी उठापठक के बाद शहबाज शरीफ नए प्रधानमंत्री बने, और अब बाजवा की जगह आसिम मुनीर पाकिस्तानी सेना के नए प्रमुख बने. बस इसी बात से पाकिस्तान की आबो-हवा में खौफ पसरा है. क्योंकि हर पाकिस्तानी को इस बात का डर है कि कहीं जिन्नालैंड का नया जनरल नियाजी न बन जाए. बता दें कि जनरल नियाजी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान आर्मी को साल 1971 में बाग्लादेश की जंग के दौरान 90 हजार से ज्यादा सैनिकों के साथ भारतीय फौज के आगे आत्मसमर्पण करना पड़ा था.
PM मोदी की PoK पर है नजर
पाकिस्तान ने जबरन साजिश के तहत कश्मीर के एक हिस्से में कब्जा जमाया है. और यह बात सभी भारतीयों को खटकती है. अब इन सबमें अहम ये कि पीएम मोदी का अगला प्रोजेक्ट PoK ही है और इसका इजहार प्रधानमंत्री पूरी दुनिया के सामने पहले ही कर चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी की जुबां से निकली ये वो कसक है जो बीते कई दशकों से किसी फांस की तरह उनके दिल में चुभ रही है. लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बयान से दिल्ली ने इस्लामाबाद को ये बता दिया है कि PoK हमारा है, और हर हाल में पाकिस्तान को इस इलाके पर किए अवैध कब्जे को हटाना होगा.