हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में भाजपा को गुरुवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब यहां की नगर परिषद के अध्यक्ष मनोज मिन्हास, उनकी पत्नी निशा मिन्हास और वार्ड नंबर-2 से पार्षद राजकुमार ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया। मिन्हास काफी समय से भाजपा से नाराज चल रहे थे। उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पटका पहनाकर कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
मुख्यमंत्री ने दिलवाई कांग्रेस की सदस्यता
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मनोज, उनकी पत्नी निशा और राजकुमार को सेरा रेस्ट हाउस में कांग्रेस की सदस्यता दिलवाई और तीनों का पार्टी में स्वागत किया। सीएम ने कहा कि उन्हें पार्टी में उचित स्थान दिया जाएगा। इस मौके पर मिन्हास ने मुख्यमंत्री के 15 महीने के कार्यकाल को सराहनीय बताया।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मिन्हास ने कहा कि सरकार जनहित में काम कर रही है। कांग्रेस के छह बिकाऊ विधायक जनता का नहीं, निजी विकास चाहते थे। उन्होंने प्रदेश के विकास को सर्वोपरि नहीं माना। जनता ने उन्हें पांच साल के लिए चुनकर भेजा था, लेकिन वह 14 महीनों में ही लोगों से दगा कर गए। उनकी वजह से हो रहे उपचुनाव से करोड़ों रुपए का अतिरिक्त बोझ जनता पर पड़ेगा।
मनोज मिन्हास ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमीरपुर शहर के विकास को गति देंगे। वर्षों से रुके कामों को तेज गति से सिरे चढ़ाया जाएगा।
सीएम बोले- विकास में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे
उधर सीएम सुक्खू ने कहा कि हमीरपुर शहर के विकास को मुख्य प्राथमिकता दें। शहर का स्वरूप बदलने के लिए कार्य करें। प्रदेश सरकार ने शहर के सौंदर्यीकरण एवं बिजली की तारों को भूमिगत करने के लिए करोड़ों रुपए का बजट जारी किया है, उसका पूरा सदुपयोग करें। शहर के लोगों को कांग्रेस सरकार के कार्यों से अवगत करवाएं। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर जिले में विकास के नए आयाम स्थापित करने के लिए दिन-रात कार्य किए जाएंगे।
इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार डॉ. पुष्पिंदर वर्मा, पंकज मिन्हास, विवेक कटोच, सुतीक्ष्ण वर्मा और विकास लट्ठ भी मौजूद रहे।