नई दिल्ली: हिंदू धर्म में ‘ॐ’ शब्द सबसे पवित्र और महामंत्र माना गया है। किसी भी पूजा या शुभ काम से पहले इस मंत्र का उच्चारण जरूर किया जाता है। धार्मिक तौर पर तो इस शब्द को भगवान से मिलने का एक रास्ता बताया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ॐ का जाप सेहत के लिहाज से भी फायदेमंद है?
ॐ शब्द के उच्चारण से पैदा होने वाली तरंग तनाव खत्म कर दिमाग को सुकून पहुंचाती है। ये बात कई रिसर्च में भी साबित हो चुकी है। यही नहीं, इससे ब्लड प्रेशर भी बैलेंस रहता है क्योंकि लगातार ॐ बोलने से बॉडी में जो कंपन पैदा होती है, वो दिल के साथ-साथ हमारे पूरे शरीर में ब्लड सप्लाई नॉर्मल रखती है। इससे थायराइड के मरीजों को भी फायदा होता है क्योंकि इस मंत्र को लगातार बोलने से गले में भी वाइब्रेशन होती है जिससे थायराइड ग्लैंड हेल्दी रहता है।
थायराइड ग्लैंड हेल्दी रहेगा तो शरीर में मेटाबॉलिज्म प्रोसेस कंट्रोल रहेगा। न एनर्जी डाउन होगी, न वजन ऊपर-नीचे होगा क्योंकि गले में मौजूद तितली के साइज की ये ग्रंथि अगर अपना काम सही से न करे तो बॉडी के हर पार्ट की टेंशन बढ़ जाती है। अगर घटते-बढ़ते थायराइड पर नजर न रखी जाए तो लोग वक्त से पहले उम्रदराज दिखने लगते हैं।
आखिरकार जो भी हम खाते हैं, उसे एनर्जी में बदलकर हर अंग तक पहुंचाने का काम इसी ग्रंथि से निकलने वाले थायरॉक्सिन हार्मोन के जिम्मे होता है। आजकल के बदलते मौसम में तो थायराइड का रोग और खतरनाक हो जाता है क्योंकि कई बार मामूली लगने वाले सर्दी-ज़ुकाम, थायराइड का सिग्नल भी होते हैं जिससे बीमारी का शुरुआत में पता नहीं चलता और बाद में दिक्कत बढ़ जाती है। लेकिन ये नौबत ही न आए, इसके लिए योगगुरू स्वामी रामदेव से योगिक-आयुर्वेदिक उपाय के बारे में जानते हैं।
थायराइड हार्मोन के काम
- फैट-प्रोटीन पचाने में मददगार
- ब्लड में शुगर लेवल बैलेंस करता है
- बॉडी टेंपरेचर को कंट्रोल करे
- बैड कोलेस्ट्रॉल निकालने में लिवर की मदद
- हार्ट बीट-ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है
- दिमाग के पिट्यूटरी ग्लैंड को कंट्रोल करे
भारत में थायराइड की बीमारी
- हर 10 में से 1 एडल्ट को हाइपो-थायराइड
- साढ़े 4 करोड़ से ज्यादा मरीज
- 3 में से 1 शुगर पेशेंट को थायराइड
- 35% मरीज बीमारी से अंजान
थायराइड के लक्षण
- अचानक वजन बढ़ना-घटना
- इर्रेगुलर पीरियड्स
- पीसीओएस
- हाई बीपी
- सुस्ती व थकान
- घबराहट
- ड्राई स्किन-हेयरफॉल
- चिड़चिड़ापन
- उभरी हुई आंखें
- इनफर्टिलिटी
- हाथों में कंपन
- नींद की कमी
- मसल्स पेन
कैसे कंट्रोल होगा थायराइड?
- वर्कआउट जरूर करें
- सुबह एप्पल विनेगर पिएं
- रात में हल्दी दूध लें
- कुछ देर धूप में बैठें
- खाने में नारियल तेल का इस्तेमाल करें
- 7 घंटे की नींद जरूर लें
थायराइड के लिए योग
- सूर्य नमस्कार
- पवनमुक्तासन
- सर्वांगासन
- हलासन
- उष्ट्रासन
- मत्स्यासन
- भुजंगासन
थायराइड में क्या खाएं?
- अलसी
- नारियल
- मुलेठी
- मशरूम
- हल्दी दूध
- दालचीनी
थायराइड में परहेज
- चीनी
- सफेद चावल
- केक-कुकीज
- ऑयली फूड
- सॉफ्ट ड्रिंक्स
थायराइड से होने वाली बीमारियां
- प्रेग्नेंसी में दिक्कत
- हार्ट की बीमारी
- आर्थराइटिस
- डायबिटीज
- कैंसर
- ओबेसिटी
- अस्थमा
थायराइड में कारगर आयुर्वेदिक उपचार
- मुलेठी फायदेमंद
- तुलसी-एलोवेरा जूस
- रोजाना त्रिफला 1 चम्मच
- रात में अश्वगंधा और गर्म दूध