अलवर l राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिरों पर बुलडोजर चला है। मंदिरों को प्रतिमाओं समेत धराशायी किया गया है। ये मंदिर राजगढ़ शहर की आबादी वाले इलाके में थे। इनपर बुलडोजर चलाने के पीछे वजह शहर का मास्टर प्लान बताया गया। लेकिन अब इस मसले पर सियासत का पारा गर्मा गया है। कांग्रेस इसे बीजेपी का धार्मिक उन्माद फैलाने का षड्यंत्र बता रही है तो बीजेपी इस कार्रवाई को बदले की राजनीति करार दे रही है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इसे लेकर प्रेसवार्ता में सरकार पर लगे आरोपों पर सफाई भी दी है। डोटासरा ने कहा है कि मंदिरों को गिराने का काम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के तहत हुआ और इसमें कांग्रेस या राज्य सरकार को कोई लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा- बीजेपी फैला रही धार्मिक उन्माद
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मसले पर प्रेसवार्ता बुलाते हुए बीजेपी पर जमकर भड़ास निकाली है। उन्होंने राजगढ़ (अलवर) मंदिर प्रकरण को भाजपा का झूठ करार दिया। उन्होंने कहा, अलवर के जिस मंदिर की बात कही जा रही है वहां अतिक्रमण हटाने की शुरुआत वसुंधरा राजे की बीजेपी सरकार के समय शुरू हुई। वहां के बीजेपी मंडल अध्यक्ष सतेंद्र सैनी ने 15 दिसंबर 2018 को अलवर जिला कलेक्टर को चिट्ठी लिखकर अतिक्रमण हटाने की बात कही।जहां अतिक्रमण हटाया गया, वहां बीजेपी का बोर्ड है। बोर्ड की बैठक 2021 में हुई, जिसमें अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पास हुआ था। इसके बाद यह अतिक्रमण हटाया गया। यह कहना कि कांग्रेस की सरकार ने ऐसा किया है यह गलत है। बीजेपी इस मुद्दे पर धार्मिक उन्माद फैलाने का काम कर रही है।
पूनियां बोले 300 साल पुराना मंदिर अतिक्रमण कैसे? बीजेपी ने मौके पर टीम भेजी
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा है कि 300 साल पुराना मंदिर कैसे अतिक्रमण करार दिया जा सकता है? ऐसा कैसे हुआ? इसकी जांच के लिए पार्टी का एक दल मौके पर भेजा जा रहा है। इसकी तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। उधर, बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने माना है कि नगर पालिका के बीजेपी बोर्ड से यह गलती हुई है, ऐसा नहीं होना चाहिए था।
कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा ने कहा- नगर पालिका में बीजेपी का बोर्ड
स्थानीय कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा ने मंदिर पर बुलडोजर कार्रवाई पर सारा कसूर बीजेपी को ठहराया है। उन्होंने कहा कि यहां की नगर पालिका में बीजेपी का बोर्ड है। और इस कार्रवाई के पीछे भी इसी बोर्ड का हथा है। इसमें कांग्रेस को बेवजह बदनाम किया जा रहा है।
नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा- मास्टर प्लान के तहत कार्रवाई
राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड के अध्यक्ष और बीजेपी नेता सतीश दुहारिया ने कहा है कि यह कार्रवाई प्रशासन के स्तर पर की है। उधर, पालिका प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के प्रस्ताव को बोर्ड की ओर से पास होने की बात कही है। इसी प्रस्ताव के बाद मंदिरों को हटाया गया है। पालिका प्रशासन के अनुसार 2012 के राजगढ़ मास्टर प्लान में यहां से 60 फीट रोड है और इसी प्लान के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।