प्रकाश मेहरा
7 नवंबर 1966 को गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने का कानून मांगने के लिए, संसद के बाहर जुटी साधु-संतों की भीड़ पर गोलियां चलाई गई थीं। इस गोलीबारी में कितने साधुओं की मौत हुई थी, इस पर आज भी विवाद है पर यह संख्या आठ-दस से लेकर सैकड़ों के बीच बताई जाती है, लेकिन यह भारतीय इतिहास की एक बड़ी घटना थी। जिसने तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी। इस घटना की 57वीं वर्षगांठ पर मंगलवार 7 नवंबर को श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों गौसेवक, शंकराचार्य नरेंद्रानंद स्वरस्वती जी के सानिध्य में और ठाकुर जयपाल सिंह नयाल के नेतृत्व पर संसद भवन गेट नंबर दो पर सभी गौसेवक पहुंचे और उन शहीद साधुओं को श्रद्धांजलि दी और जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर पूरे देश में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है, जिसमे उनकी चार प्रमुख मांगे थी।
- एक पूर्ण भारत में संपूर्ण गौवंश की हत्या पर तुरंत बैन वाला केंद्रीय कानून बने।
- गौ हत्यारों पर 302 का मुकदमा दर्ज हो और फांसी की सजा का प्रावधान हो।
- भारत में बचा लगभग 10 करोड़ देशी गौवंश के भरण-पोषण,चारे पानी की जुम्मेवार केंद्र सरकार अपने हाथ में ले ।।
- पशु मंत्रालय के स्थान पर एक अलग से गौ मंत्रालय का गठन हो।
इस अवसर पर मौजूद सभी साधु संतो और गौसेवकों ने मोदी सरकार से उम्मीद जताई है कि वह उनकी मांगो को चुनाव से पहले घोषणा करे।
आपको बता दें कि स्वामी करपात्री जी महाराज राष्ट्रव्यापी गौरक्षा गौप्रचार समिति सर्वदलीय गौरक्षा मंच के बैनर तले हर वर्ष की भांति पूज्य संतों के नेतृत्व में पुराने संसद भवन के गेट नंबर दो जहां संतों को गोली चलाई गई थी वहां सुबह 8 से 10 बजे बलिदानी संतों को श्रद्धांजलि दी। जिसके बाद जंतर मंतर पर, देश भर से आए गौभक्तों संतों के साथ दिन भर श्रद्धांजली, भजन, गौ काव्य पाठ और गौभक्तों हेतु प्रसाद आदि का कार्यकर्म भी किया गया और प्रधानमन्त्री को सर्वदलीय गौरक्षा मंच संतों और गौभक्तों के हस्ताक्षर किए 4 मांगों वाला ज्ञापन दिया गया। इस अवसर पर गौ भक्त काशी सुमेरू पीठाधीश्वर जगतगुरू शक्राचार्य नरेंद्रानंद स्वर्सवती महाराज, बनारस काशी, स्वामी देवा दित्यनंद महाराज धर्म संसद दिल्ली विष्णुवर्धन मिश्रा गायक संगीतकार गीतकार मुंबई, महेंद्र कृष्ण शास्त्री भोपाल, ठाकुर जयपाल सिंह नयाल सहित सैकड़ों गौसेवक मौजूद रहे।
क्या बोले बीजेपी नेता गोयल
इसी मौके पर बीजेपी नेता और राष्ट्रवादी शिवसेना के अध्यक्ष जय भगवान गोयल भी कार्यक्रम में मौजूद रहे उन्होंने कहा “इंदिरा गांधी सरकार ने गौ सेवको और साधुओं पर गोलियां चलवाई और बेरहमी से हत्या करवाई थी। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार से मांग की संतों साधुओं,करोड़ों हिंदुओं का आपसे आह्वान है कि गौ हत्या प्रतिबंधित करें और गौ मंत्रालय का निर्माण करें जिससे गौ संरक्षण हो सके उन्होंने कहा कि उन्हें मोदी सरकार से बहुत उम्मीदें हैं और विश्वास भी है”।