नई दिल्ली l कोरोना वायरस के खिलाफ जंग अब भी जारी है। चौथी लहर की आहट के बीच देश के कई इलाकों में कोरोना की रफ्तार ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामले सबसे ज्यादा दर्ज किए जा रहे हैं। पहले जहां देश में महाराष्ट्र कोविड के मामलों में सबसे आगे रहता था, वहीं चौथी लहर की आशंका के बीच दिल्ली हॉट स्पॉट बना हुआ है। यहां लगातार 1000 से ज्यादा कोरोना के नए मामले रजिस्टर किए जा रहे हैं। यही नहीं दिल्ली में तेजी से कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। हालांकि अब सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि, गंभीर मामले सामने नहीं आ रहे हैं, ऐसे में चिंता की ज्यादा बात नहीं है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 24 घंटे के दौरान 16,753 टेस्ट किए गए और इनमें से 1076 लोगों में कोविड की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही दिल्ली में सक्रीय मरीजों की संख्या भी बढ़कर 5744 हो गई है।
तेजी से बढ़ रहे कंटेनमेंट जोन
राजधानी दिल्ली में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं। हालांकि दो दिन से मामूली गिरावट जरूर दर्ज की गई है लेकिन खतरा अब भी बना हुआ है। यही नहीं दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। राजधानी में रेड जोन की संख्या बढ़कर 1103 हो गई है।
देश में सबसे ज्यादा मामले दिल्ली में
देश में कोरोना के सबसे अधिक मामले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ही मिल रहे हैं। यही नहीं दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर बढ़कर 6.42 फीसदी हो गई है। जो कि बीते दिन रविवार को 4.89 फीसदी थी। यानी पॉजिटिविटी रेट में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। बता दें कि, अगर ये संक्रमण दर लगातार पांच दिन 5 फीसदी से ऊपर ही बनी रही तो डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कर्फ्यू एवं लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।