नई दिल्ली, 24 जुलाई ( आरएनएस) । केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी फूड हब को विश्वस्तरीय पहचान देगी। सरकार ने पहले फेज में पायलट प्रोजेक्ट के तहत मजनू का टीला और चांदनी चौक को फूड हब के रूप में विकसित करने के लिए चुना है। इस संबंध में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि फूड हब के विकसित होने से दिल्ली में व्यापार बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ बड़ी संख्या में नए रोजगार उत्पन्न होंगे। काफी रिसर्च और मार्केट एसोसिएशंस के साथ कई बैठकों के बाद मजनू का टीला और चांदनी चौक को चिन्हित किया गया है। यहां सडक़, बिजली, पानी व सफाई का इंतजाम किया जाएगा और फूड सेफ्टी व हाइजिन की गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जाएगा। साथ ही, पूरे देश और दुनिया के अंदर इसकी ब्रांडिंग की जाएगी, ताकि दिल्ली आने वाले लोग उस फूड हब में आ सकें। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगले छह हफ्ते के अंदर एक डिजाइन प्रतियोगिता करेंगे, जिसमें देश की मशहूर आर्किटेक्चर फर्म से इनको विकसित करने के लिए डिजाइन मांगा जाएगा। इसके बाद अगले 12 हफ्तों में आर्किटेक्चर के डिजाइन को अंतिम रूप देकर कांट्रैक्ट दे दिया जाएगा और दोनों फूड हब को विकसित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में भी कई बेरोजगार युवा हैं। पिछले कुछ सालों में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार है, तब से लेकर आज तक हम लोगों ने कई प्रयासों से लगभग 12 से 13 लाख युवाओं के लिए रोजगार दिलवाए। आने वाले पांच साल के अंदर हमने यह लक्ष्य रखा है कि 20 लाख युवाओं के लिए रोजगार पैदा करेंगे। रोजगार उत्पन्न करने के लिए मैं और मेरी पूरी सरकार रात-दिन मेहनत कर रही है। हम कई नए आइडिया लेकर आ रहे हैं, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न किए जा सकें। दिल्ली के लोगों को खाने और खिलाने का बहुत शौक है। दिल्ली में साउथ इंडियन, मराठी, गुजराती, बंगाली समेत हर किस्म का खाना मिलता है। पूरे देश का किसी भी तरह का खाना हो, वो दिल्ली में मिलता है। साथ ही, दुनिया भर का खाना दिल्ली में मिलता है। चाहे इटेलियन हो, चाइनीज हो या एशियन हो, वो दिल्ली में जरूर मिलता है। वैसे तो दिल्ली को फूड कैपिटल ऑफ इंडिया कहा जाता है, लेकिन हम लोगों ने इस कांसेप्ट को अच्छे तरीके से आगे ले जाने का प्लान बनाया है। दिल्ली के जितने फूड हब हैं, उन फूड हब को विकसित किया जाएगा। कई फूड हब ऐसे हैं, जहां पर तिब्बतन खाना अच्छा मिलता है। कहीं चाइनीज खाना अच्छा मिलता है। कहीं पंजाबी खाना अच्छा मिलता है। दिल्ली के अंदर कई जगह ऐसे भी फूड हब हैं, जहां हर तरह का खाना मिलता है। इन फूड हब को विकसित करने का प्लान हमारा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन फूड हब के अंदर हम भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक करेंगे। वहां की सडक़ें, बिजली, पानी, सफाई आदि ठीक करेंगे। दूसरा, उस फूड हब के अंदर फूड सेफ्टी का पूरा इंतजाम किया जाएगा, ताकि फूड सेफ्टी और हाइजिन की गाइडलाइन का सभी लोग सख्ती के साथ पालन करें। इसका कड़ाई के साथ पालन कराया जाएगा। तीसरा, उस फूड हब की पूरे देश और पूरी दुनिया के अंदर ब्रांडिंग की जाएगी। ताकि देश-दुनिया से दिल्ली आने वाले लोग उस फूड हब में आ सकें। हमें उम्मीद है कि इससे बहुत सारे रोजगार उत्पन्न होंगे। शुरूआत में पायलट आधार पर हम पहले चरण में दो फूड हब विकसित करने जा रहे हैं। इसके उपर बहुत रिसर्च की गई और पूरे दिल्ली के अंदर जगह-जगह फूड हब का दौरा किया गया। वहां पर कितनी दुकानें हैं और रोजाना कितने लोग आते हैं। कौन सा खाना कहां पर प्रसिद्ध है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मार्केट एसोसिएशन के साथ कई बैठकें की। उसके बाद पहले चरण के लिए दो फूड हब विकसित करने के लिए चिन्हित किए गए हैं। पहला मजनू का टीला है। मजनू का टीला खासकर छात्रों, खासकर डीयू के बच्चों के लिए बहुत ज्यादा प्रसिद्ध स्थान है और पूरे एशियन सीरीज के लिए प्रसिद्ध है। दूसरा, चांदनी चौक है। चांदनी चौक में आसपास काफी कुछ ऐसा है, जिसको फूड हब बनाया जाएगा। यहां पर चांदनी चौका का खाना भी बहुत प्रसिद्ध है।