नई दिल्ली: गूगल हमेशा से ऐप्स की साइडलोडिंग को लेकर सतर्क रहा है. एंड्रॉइड 14 अपडेट के साथ गूगल ने नए वॉर्निंग मैसेज को भेज रहा है, जो यूजर्स को गूगल प्ले स्टोर के अलावा अन्य सोर्सेस से अपडेट किए गए गूगल ऐप डाउनलोड करने के संभावित जोखिम के बारे में बताता है. पहले ये वॉर्निंग सिर्फ पिक्सल डिवाइसों और गूगल ऐप्स व सर्विसेज पर आई थी. अब यह वॉर्निंग एंड्रॉइड पर गूगल के ऐप्स और सर्विसेज के साथ-साथ पिक्सेल डिवाइसों पर देखी गई.
हालांकि, एंड्रॉइड हेडलाइंस की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबक गूगल इस वॉर्निंग मैसेज को अन्य एंड्रॉइड डिवाइसों और थर्ड-पार्टी ऐप्स तक भी बढ़ा रहा है. कई यूजर्स ने बताया है कि वे गैलेक्सी एस24 अल्ट्रा जैसे गैर-पिक्सल स्मार्टफोन पर थर्ड-पार्टी सोर्सेस से ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल करते समय इस नए वॉर्निंग प्रॉम्प्ट को देख रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि सैमसंग स्मार्टफोन पर OEM के स्टोर जैसे गैलेक्सी स्टोर से ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल करते समय भी वॉर्निंग दिखाई देती है.
गूगल का नया वॉर्निंग प्रॉम्प्ट अन्य सोर्सेर से ऐप इंस्टॉल करने में शामिल जोखिम के बारे में बताता है. प्रॉम्प्ट में कहा गया है कि रैंडम सोर्सेस या ऐप स्टोर से ऐप अपडेट करने से ऐप की कार्यक्षमता बदल सकती है. प्रॉम्प्ट यूजर्स को अन्य सोर्सेर से ऐप्स को साइडलोड करने पर पिछले वर्जन में मिली कुछ सुविधाओं को खोने के बारे में भी चेतावनी देता है.
यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह प्रॉम्प्ट नए सोर्स के लिए केवल एक बार दिखाई देता है. इसका मतलब है कि अगर यूजर्स किसी थर्ड-पार्टी के सोर्स से एक बार ऐप अपडेट करते हैं तो प्रॉम्प्ट दिखाई देगा. हालांकि, अगर अपडेट उसी सोर्स से डाउनलोड किया गया है तो प्रॉम्प्ट दिखाई नहीं देगा और यह यूजर्स को ऐप को अपडेट करने देगा.
गूगल क्यों दिखा रहा है ये वॉर्निंग प्रॉम्प्ट?
यह बात तो समझ में आती है कि रैंडम थर्ड पार्टी सोर्स से ऐप्स इंस्टॉल करने में कुछ जोखिम शामिल होता है. ऐप इंस्टॉलर फाइल में मैलवेयर, रैंसमवेयर आदि शामिल करने के लिए बदला जा सकता है. यह डिवाइस की सुरक्षा से समझौता कर सकता है और यूजर्स की प्राइवेसी को भी प्रभावित कर सकता है. गूगल का यह लेटेस्ट मूव एंड्रॉइड के ओपन नेचप और एंड्रॉइड पर यूजर्स की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करता है.